जींद के पुराने बस स्टैंड के उपयोग के लिए विज से आग्रह
हमारे प्रतिनिधि
जींद, 9 दिसंबर
बीते 3 साल से वीरान जींद का पुराना बस स्टैंड और रोडवेज वर्कशॉप खंडहर हालत में पहुंच गए हैं। यह जमीन बेशकीमती है और अब इसके बेहतर इस्तेमाल का मामला परिवहन मंत्री अनिल विज तक पहुंच गया है। अब पुराने बस स्टैंड को लेकर सरकार के स्तर पर कोई अंतिम फैसला होने की उम्मीद बंधी है। जींद में 3 साल पहले पिंडारा गांव के पास जींद बाईपास रोड पर नया बस अड्डा बना था। इसके निर्माण के बाद शहर के बीच गोहाना रोड पर पुराना बस स्टैंड बंद हो गया था। इस पुराने बस स्टैंड और वर्कशॉप की अब कोई मेंटेनेंस नहीं हो रही।
जींद के पुराने बस स्टैंड के इस्तेमाल को लेकर जींद जिला प्रशासन ने दो बार अपने सुझाव सरकार के पास भेजे। नरेश नरवाल जब जींद के डीसी थे, तब उन्होंने अपनी तरफ से सरकार को सुझाव भेजा था कि पुराने बस स्टैंड परिसर को बैंकिंग परिसर बनाया जाए। भू-तल पर तमाम बैंक और उनके एटीएम बनें। इसके प्रथम तल पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाया जाए, जिससे अच्छी खासी आमदनी सरकार को होगी।
नरेश नरवाल के बाद यहां नियुक्त हुए डीसी डॉ. मनोज कुमार ने पुराने बस स्टैंड को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण प्रशासन को देकर यहां अच्छा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स विकसित करने का सुझाव दिया था।जींद में एसपी के पद पर अपनी नियुक्ति के समय नरेंद्र बिजारनिया ने पुराने बस स्टैंड की बिल्डिंग के एक हिस्से को सिटी पुलिस स्टेशन के लिए दिए जाने का आग्रह तत्कालीन डीसी डॉ मनोज कुमार से किया था। इनमें से अभी तक किसी भी सुझाव पर अमल नहीं हुआ है।
परिवहन मंत्री के समक्ष उठाया मुद्दा
रोडवेज के जींद डिपो के महाप्रबंधक राहुल जैन ने परिवहन मंत्री अनिल विज के नोटिस में यह मामला लाते हुए सुझाव दिया है कि इस परिसर का इस्तेमाल किसी बड़े कार्पोरेट घराने को मल्टी सुपर स्पेश्यिलिटी अस्पताल बनाने के लिए दिया जा सकता है। इससे जींद के साथ-साथ आसपास के जिलों के लोगों को भी फायदा होगा। जींद डिपो के महाप्रबंधक ने परिवहन मंत्री को इस बारे पत्र लिखने की भी पुष्टि की है, जिसमें महाप्रबंधक ने पुराने बस स्टैंड बारे जल्द कोई फैसला लेने का अनुरोध किया गया है।