15 गांवों के प्रतिनिधियों ने मुआयना कर निर्माण का लिया जायजा
गुरुग्राम, 9 मई (हप्र)
बिलासपुर चौक के फ्लाईओवर के निर्माण का काम बंद होने की आशंका से पिछले दिनों पंचायत कर एनएचएआई की कार्यशैली पर सवाल उठाने वाले 15 गांवों के प्रतिनिधियों को निर्माणकारी एजेंसी ने मौका मुआयना कराया। इसके बाद एजेंसी ने इन प्रतिनिधियों के सामने यह साफ कर दिया कि उनकी आशंका व्यर्थ थी, फ्लाईओवर का काम रोका नहीं गया है। निर्माणकारी एजेंसी अपना काम कर रही है। फ्लाईओवर निर्माणाधीन कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि 15 गांवों के लोगों की सहूलियत के लिए एक हिस्से में काम बंद किया गया है। यहां बिजली की अंडर ग्राउंड मेन सप्लाई लाइन है।
अगर यहां खुदाई कर दी तो इस मेन सप्लाई लाइन के कटने से पूरे इलाके की बिजली गुल हो जाएगी। इसलिए जब तक बिजली निगम इस मेन सप्लाई लाइन को यहां से वैकल्पिक व्यवस्था कर शिफ्ट नहीं करता, तब तक और ज्यादा गहरी खुदाई नहीं की जा सकती। इसलिए एक हिस्से में मजबूरी वश काम रोका गया है।
रविवार को 15 गांवों के लोगों ने पंचायत कर एनएचएआई के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया था। इन लोगों ने बिलासपुर चौक पर फ्लाईओवर के निर्माण कार्य में विलंब का आरोप लगाते हुए निर्माण बंद करने की आशंका जताई थी और एक सप्ताह में काम शुरू नहीं होने की सूरत में फिर से महापंचायत करने का अल्टीमेटम दिया था।
इसकी जानकारी जब केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को हुई तो उन्होंने मामले में हस्तक्षेप करते हुए एनएचएआई के अधिकारियों से जवाब तलब किया और निर्माण कर रही एजेंसी के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। जिसके बाद एजेंसी और एनएचएआई के अधिकारी हरकत में आए और ग्रामीणों को मौका मुआयना कराया गया।
मौका मुआयना करने वालों में बिलासपुर कलां गांव सरपंच नरेंद्र सिंह, पथरेड़ी के बलवान सिंह, लांगड़ा के धर्मपाल, बिलासपुर से सरपंच तिलकराम, मास्टर महावीर, महेंद्र सिंह, बोहड़ा से प्रदीप एडवोकेट सहित कई प्रतिनिधियों ने मुआयना किया।