रेपो दर 6.5% पर कायम, नहीं बदलेगी ईएमआई
मुंबई, 5 अप्रैल (एजेंसी)
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में लगातार सातवीं बार नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। इसका मतलब है कि मकान, वाहन समेत विभिन्न कर्जों पर मासिक किस्त (ईएमआई) में बदलाव की संभावना कम है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के निर्णय की जानकारी दी। एमपीसी के छह सदस्यों में से पांच- डॉ. शशांक भिड़े, डॉ. आशिमा गोयल, डॉ. राजीव रंजन, डॉ. माइकल देबब्रत पात्रा और शक्तिकांत दास ने रेपो दर को बरकरार रखने के पक्ष में मतदान किया, जबकि प्रो. जयंत आर वर्मा ने इसमें 0.25 प्रतिशत कमी के पक्ष में मत दिया। दास ने कहा, निजी निवेश चक्र में सुधार के चलते निवेश गतिविधियों को लेकर संभावनाएं बेहतर हुई हैं।
यूपीआई के जरिये नकदी जमा करने की सुविधा जल्द
रिजर्व बैंक जल्दी ही नकदी जमा करने वाली मशीनों में यूपीआई के जरिये पैसा जमा करने की सुविधा देगा। इसके अलावा, आरबीआई सरकारी प्रतिभूति बाजार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी को सुगम बनाने के लिए जल्द ही एक मोबाइल ऐप पेश करेगा।