प्रदेश के सभी राजमार्गों से हटाएं गंदगी
यमुनानगर, 2 अगस्त (हप्र)
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा गठित निगरानी समिति के अध्यक्ष जस्टिस प्रीतम पाल सिंह ने कहा कि प्रदेश जहां पर सफाई के मामले में बेहतर कार्य कर रहा है वहीं दूसरी ओर सड़कों पर और हाईवे के किनारे गंदगी दिखाई दे रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित कर लें कि प्रदेश के सभी नेशनल हाईवे व राज्य हाईवे पर कहीं भी गंदगी न दिखाई दे। जस्टिस प्रीतम पाल ने यमुनानगर जिला सचिवालय के सभागार में जिला निगरानी समिति की बैठक में सभी विभागों से एनजीटी के आदेशों पर किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट ली। विशेषज्ञ डॉ. बाबू राम ने एजेंडे के अनुसार जानकारी ली तथा एनजीटी के सदस्य पूर्व मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़कर पर्यावरण कार्यों की समीक्षा की। जस्टिस प्रीतम पाल ने वन विभाग के अधिकारियों को कहा कि वह डम्पिंग स्थान पर ज्यादा से ज्यादा पौधे लगायें। क्षेत्र का सौंदर्यीकरण भी करें। उन्होंने वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, फैक्ट्ररी का प्रदूषण, खनन से प्रदूषण, घरों से निकलने वाली डस्ट, ध्वनि प्रदूषण, गांव के तलाबों के प्रदूषण, सड़कों पर पड़ी गंदगी का प्रदूषण, सीवरेज का प्रदूषण, फसलों के अवशेषों से होने वाले प्रदूषण के प्रबंधन के बारे में विस्तार से चर्चा की। यमुनानगर में जिंदल पार्क में गंदगी को देखकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की।
स्कूल, मंदिर, ओल्ड एज होम के पास कचरा
यमुनानगर के सबसे पॉश इलाके सेक्टर 17 हूडा में स्कूल, मंदिर एवं ओल्ड एज होम के पास लगे गंदगी के ढेर यहां के निवासियों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। प्रदूषण विभाग के रीजनल ऑफिसर ने निगम को कई नोटिस भेजे हैं। वही उपायुक्त ने भी निगम को इस कूड़े के ढेर को यहां से शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं। लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की। सोसाइटी ऑफ एनवायरमेंट मैनेजमेंट एंड बायो रिसर्च के अध्यक्ष डॉ के आर भारद्वाज का कहना है कि इन स्थानों पर बने कूड़े के सेंटर को लेकर हजारों लोग परेशान हैं।