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बंटवारे के समय बुजुर्गों के बलिदान को किया याद

12:34 PM Aug 08, 2022 IST

बल्लभगढ़, 7 अगस्त (निस)

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14 अगस्त को कुरूक्षेत्र में होने वाले प्रदेशस्तरीय पंचनद सम्मेलन के लिए लोगों को आमंत्रित करने और इसकी तैयारियों को लेकर रविवार को पंचनद स्मारक ट्रस्ट की फरीदाबाद में बैठक हुई, जिसमें महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज, रदेश अध्यक्ष सुभाष सुधा मौजूद हुए। स्वामी धर्मदेव महाराज ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2021 को देश की आजादी के समय पंजाबियों के बलिदान को याद कर इस दिन को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया है। पंचनद स्मारक ट्रस्ट फरीदाबाद युवा के अध्यक्ष दिवेश कपूर ने विधायक तिगांव राजेश नागर का स्वागत किया। कार्यक्रम के संयोजक पंचनद स्मारक स्मृति के के अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद मनोज नासवा ने अपने पूर्वजों के कष्टों के बारे में चर्चा की। इस अवसर पर राजकुमार वोहरा ने कहा कि फरीदाबाद में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम 12 अगस्त को भगत सिंह चौक फरीदाबाद में होगा। इसमें अपने पंजाबी बुजुर्गों का सम्मान किया जाएगा और पंजाबी बलिदान को याद किया। कार्यक्रम में डॉ कौशल बाटला, गोसाई भूषण लाल बाली मौजूद थे। कार्यक्रम में पूर्व मेयर सुमन बाला, अमित आहूजा, लक्ष्मण दास खत्री, श्याम सुन्दर मुथरेजा, सुशील मेहंदीरता, परमजीत सिंह, सतपाल सिंह, गौरव कथूरिया, सरला विरमानी, राम जुनेजा, संजय मक्कड़, परविंदर सिंह, यशपाल जयसिंह, सतीश फागना, कविन्द्र फागना, राम गेरा, युधिष्ठिर खत्री, सतीश खत्री, राजेंद्र दुआ, सुरेंद्र शर्मा ने हिस्सा लिया।

‘विभाजन के 75 साल बाद मिला न्याय’

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पलवल (हप्र) : पंजाबी धर्मशाला में रविवार को विभाजन विभीषिका समृति समारोह में अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति के राष्ट्रीय संयोजक महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज मौजूद थे। उन्होंने कहा कि विभाजन में इंसानियत जख्मी हुई थी और 75 साल बाद जाकर न्याय मिला है। कार्यक्रम का आयोजन भाजपा के जिला उपाध्यक्ष राजीव कत्याल ने किया, जबकि समारोह में पूर्व कैबिनेट मंत्री व विभाजन विभीषिका स्मृति समिति के प्रदेश संयोजक मनीष ग्रोवर मुख्य अतिथि थे। बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा, पलवल के विधायक दीपक मंगला, थानेसर के विधायक सुभाष सुधा, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुभाष कत्याल, भाजपा जिलाध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया व नगर परिषद पलवल के चेयरमैन डॉ. यशपाल भी मौजूद थे। सीमा त्रिखा ने कहा कि विभाजन के दौरान विस्थापित लोगों की यादें आज भी रोंगटे खड़ी कर सकती है। विधायक दीपक मंगला ने कहा कि पंजाबी समुदाय ने अपने देश व धर्म की रक्षा के लिए जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया, तो वहीं 36 बिरादरी के साथ मिलकर देश के विकास की नई इबारत लिख रहा है।

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