पर्यटकों को राहत चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 24 घंटे बाद बहाल
शिमला, 27 जून (निस)
भूस्खलन और बाढ़ के कारण करीब 24 घंटे तक बंद रहने के बाद चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग सोमवार रात यातायात के लिए बहाल कर दिया गया। साथ ही पर्यटकों को यात्रा संबंधी सुझाव भी दिए गए हैं। राजमार्ग अवरुद्ध होने के कारण रविवार शाम से हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पर्यटकों सहित कई यात्री फंस गए थे। अचानक आई बाढ़ के बाद मंडी शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर औट के पास खोतीनल्ला में राजमार्ग का 70 किलोमीटर लंबा मंडी-पंडोह-कुल्लू मार्ग अवरुद्ध हो गया, जबकि भूस्खलन के बाद मंडी-पंडोह खंड 6-माइल्स के पास मार्ग बाधित हुआ। हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी है।
मौसम विज्ञान विभाग ने 28-29 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी चलने तथा बिजली कड़कने और 30 जून तथा एक जुलाई को आंधी चलने तथा बिजली कड़कने का पूर्वानुमान लगाया है। बिलासपुर के बर्टिन में सबसे अधिक 66.2 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं मशोबरा में 46.5 मिलीमीटर, नाहन व गोहर में 28.4-28.4 मिलीमीटर, कसौली में 24 मिलीमीटर और शिमला तथा पावंटा साहिब में 23-23 मिलीमीटर बारिश हुई।
116 सड़क मार्ग हुए थे बाधित
भारी बारिश के बाद राज्य में कुल 116 सड़क मार्ग बाधित हुए, जबकि 70 जल आपूर्ति योजनाएं और 106 बिजली ट्रांसफार्मर इससे प्रभावित हुए। प्रधान सचिव (राजस्व) ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि पर्यटकों को नदियों और नालों से दूर रहने की सलाह दी है। राज्य आपदा अभियान केंद्र की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भूस्खलन, बारिश संबंधी घटनाओं और डूबने से राज्य में अभी तक नौ लोगों की मौत हुई है, जबकि 14 अन्य घायल हुए हैं।
102 करोड़ का हुआ नुकसान : आंकड़ों के अनुसार, बारिश से जुड़ी घटनाओं में राज्य को 102 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। जल शक्ति विभाग को सबसे ज्यादा 73.68 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, उसके बाद लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को 27.79 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।