3 नवप्रकाशित कृतियों का लोकार्पण
रेवाड़ी, 30 अगस्त (निस)
राष्ट्रीय कवि संगम के तत्वावधान में शहर के सेक्टर-4 में सोमवार को आयोजित समारोह में पुस्तक लोकार्पण एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्यातिथि वरिष्ठ रचनाकार अरुण गुप्ता ‘अजेय’ तथा समीक्षक संस्कृति-लेखक सत्यवीर नाहडिय़ा थे। इस अवसर पर वरिष्ठ रचनाकार मा. राम अवतार की 3 नवप्रकाशित कृतियों का लोकार्पण किया गया।
संगम के जिलाध्यक्ष मुकुट अग्रवाल ने मा. रामअवतार की 3 पुस्तकों ‘कोरोना काल की कुंडलियां’, ‘कल्लो ताई की कलम तैं’ तथा ‘मतलब के भाईचारे सैं’ के लिए उन्हें बधाई देते हुए साहित्यकारों व साहित्य प्रेमियों के लिए उनकी शब्द-साधना को अनुकरणीय बताया। संस्कृति लेखक सत्यवीर नाहडिय़ा ने तीनों कृतियों की समीक्षा करते हुए रागिनी और कुंडलियां विधा के इतिहास पर प्रकाश डाला और इन कृतियों की छंदबद्धता और रचनाधर्मिता को आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरक बताया। महिला बाल कल्याण अधिकारी कुसुमलता शर्मा ने रचनाधर्मिता को लोक संस्कृति का संवाहक बताया।
इस अवसर पर आयोजित काव्य-गोष्ठी जन्माष्टमी तथा सामाजिक विसंगतियों पर केंद्रित रही, जिसमें वरिष्ठ कवि राजेश भुलक्कड़ की गजल, कवयित्री दर्शना शर्मा का गीत, अहमना मनोहर के दोहे, दलबीर फूल की रागनी, लोकेश दत्त की वंदना, अनपढज़ी के मुक्तक, मनोज कोशिक, डा. सुधा कुमारी, पूनम वाधवा की छंद-बद्ध कविताएं, अर्चना सोनी, सचिन अग्रवाल, पं. कैलाश चंद्र व तेजभान कुकरेजा की भावपूर्ण कविताएं विशेष रूप से सराहनीय रही। इस अवसर पर कवयित्री दर्शन शर्मा ‘जिज्ञासु’, अरविंद भारद्वाज, राजीव कुमार, नवाब सिंह, हेमंत कुमार, पालसिंह, विक्रांत कुकरेजा, ईशा, नेहा, दीपा, रोहित गुप्ता, मनीष, रेखा, बबली, मधु यादव, सुनीता यादव, श्रीमती महेंद्र, मोहम्मदपुर मेरठ आदि साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे।