रील की फील और सर्वखाऊ अमावस्या
आलोक पुराणिक
राष्ट्र कर क्या रहा है। एक-तिहाई राष्ट्र वीडियो रील बना रहा है। बचा एक-तिहाई राष्ट्र सोच रहा है कि क्या रील ही राष्ट्र है।
एक परिचित की पत्नी रास्ते में कुत्ते के साथ डांस करने की कोशिश कर रही थी। कुत्ता इस कोशिश पर परेशान कम हैरान ज्यादा था। परिचित की पत्नी ने बताया कि रील में कुछ यूनिक होना चाहिए, इसलिए कुत्ते के साथ डांस कर रही हूं। यूनिक के चक्कर में बंदा और बंदी कतई बेवकूफ हुए जा रहे हैं, पर इस बात को कह देना परम बेवकूफी है। अक्लमंदी इस दौर में चुप रहने में ही है।
ऐसी रील लाखों की तादाद में देखी जा रही है, ये कमाल है। कुत्ता डांस देखने के लिए वह राष्ट्र समय निकाल रहा है, जो आम तौर पर बिजी ही पाया जाता है। राष्ट्र कुछ समय श्राद्ध में व्यस्त था।
एक बहुत भ्रष्ट अफसर का श्राद्ध कराके आया। पिछले साल वह दिवंगत हुए थे। श्राद्ध पक्ष शुरू होने से पहले भ्रष्ट अफसर पत्नी के सपने में आकर गुहार लगाते थे-डियर श्राद्ध में पूड़ी-खीर खिलाने भर से काम न चलेगा, खूब खिलाना, सब कुछ खिलाना।
दिवंगत अफसर की पत्नी परेशान। क्या खिलायें, मैंने पूछा-दिवंगत किन-किन विभागों में कार्यरत रहे, कमीशन-रिश्वत कितने परसेंट खाते थे। सब पता करके श्राद्ध पैकेज मैंने बनाया-एक थाली में किताब-कापी आधी फाड़कर, एक-आधे टूटे हुए पुल की फोटू, एक टूटी नाली की फोटू, एक बच्चों के खिलौने की जीप का आधा हिस्सा सजाया, खाऊ प्रतीक के तौर पर एक स्विस बैंक की फोटू लगायी थाली में। दिवंगत अफसर शिक्षा विभाग में रहे थे, कापी-किताब खरीद में घोटाला करके पचास परसेंट कमीशन खाया, फिर पीडब्ल्यूडी में रहकर आधा पुल खा गये थे रिश्वत में। जीप खरीद घोटाले में पचास परसेंट कमीशन उन्होंने खाया था। वही उन्हें श्राद्ध में खाने को दिया गया। खाने का मंत्र जपकर श्राद्ध संपन्न किया। भ्रष्ट अफसर ने पत्नी के सपने में आकर थैंकू बोला।
कुछ नये रचनात्मक श्राद्ध पैकेज लाये जाना जरूरी हैं। नेताओं के श्राद्ध में कुछ इस किस्म के पैकेज हो सकते हैं-किसी दिवंगत नेता के श्राद्ध में मोबाइल फोन रखा जाये, गुरु ने टेलीकाम घोटाले में खाया था। किसी दिवंगत नेता के श्राद्ध में थाली में तरह-तरह कोयले सजे हुए हैं, आपने कोयला-खदान में कांड किये थे। कोयला प्रतिपदा-कोयला खाऊओं का श्राद्ध, हेलिकाप्टर द्वितीया-हेलिकाप्टर घोटालियों का श्राद्ध, प्याज पंचमी-प्याज के निर्यात-आयात में घोटालियों का श्राद्ध, ऐसा नया श्राद्ध कैलेंडर आ सकता है।
जिसके रिश्वत कांडों के बारे में पक्की जानकारी न हो, उसका श्राद्ध सर्वपितृ अमावस्या को करा जाये। छोटे-बड़े हर अज्ञात खाऊ का निपटारा इस दिन हो।
सर्वखाऊ अमावस्या इस देश में सिर्फ एक दिन थोड़े ही मनायी जाती है, उस आम आदमी से पूछिये जिसका रोज ही किसी सरकारी दफ्तर से पाला पड़ता है। सर्वखाऊ अमावस्या रोज ही मनायी जा रही है।