यूरिया खाद के बैग का वजन घटाना किसान विरोधी
जगाधरी, 11 जनवरी (निस)
किसान नेताओं ने यूरिया खाद का बैग 40 किलोग्राम करने की केंद्र सरकार की योजना की निंदा की है।
उन्होंने सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है।
भारतीय किसान संघ के प्रदेश महामंत्री रामबीर सिंह ने कहा है कि सरकार आये दिन किसान विरोधी फैसले ले रही है। पहले 50 कि
लोग्राम वजन का यूरिया खाद का बैग होता था।
बाद में इसे 45 किलोग्राम का किया गया। अब पांच किलोग्राम करने की योजना है। यह किसानों के साथ अन्याय है। किसान संघ के पूर्व प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्षक रतन सिंह देवधर ने इसे किसानों के हितों पर सरासर कुठाराघात बताया है। उन्होंने कहा है कि खेती पर लगने वाली चीजों के दाम तो सरकार बढ़ाती आ रही है,लेकिन पैदावार का रेट उसी अनुपात में नहीं बढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकारों की नीतियों के चलते आज खेती घाटे का सौदा बनकर रह गई है। रतन सिंह ने कहा कि पहले 50 किलोग्राम के यूरिया बैग में 46 प्रतिशत नाइट्रोजन मिलती थी, लेकिन अब इसमें यह 37 प्रतिशत होगी, जबकि इसका दाम पहले जैसा ही होगा। उन्होंने केंद्र सरकार से अपने फैसले को वापस लेने की मांग की। किसान संघ के पदधिकारी मोहकम सिंह दड़वा आदि ने भी केंद्र सरकार से अपने फैसले पर फिर से विचार करने की मांग की है।
इस बारे में कृषि विभाग के क्वालिटी कंट्रोल निरीक्षक डा. बीएस भान का कहना है कि अभी नीम कोटिड यूरिया खाद आता है।
उन्हें पता चला है कि आने वाले दिनों में सल्फर वाला यूरिया खाद आएगा। उन्होंने बताया कि अभी नीम कोटिड एग्री ग्रेड का यूरिया खाद ही आ रहा है।