भर्तियों के दलाल मालामाल, युवा बेहाल : सुरजेवाला
चंडीगढ़, 18 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा वेटरनरी सर्जन के 383 पदों के लिए दस माह पहले 15 जनवरी को आयोजित भर्ती परीक्षा के पेपर लीक और हेराफेरी के आरोपों के चलते रद्द होने पर राज्यसभा सांसद और कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने टिप्पणी की। यहां जारी बयान में सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल का 9 वर्ष का शासनकाल भर्तियों के दलालों का स्वर्णकाल और युवाओं के लिए अभिशाप बन चुका है। उन्होंने पूछा कि दस माह बाद रद्द की गई परीक्षा को लीक करने वाला एक भी अभियुक्त क्यों नहीं पकड़ा गया।
रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सीएम घोटालेबाजों को बचाने के लिए चाहे जितना ज़ोर लगा लें लेकिन, जिस दिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी, उस दिन पहली कलम से इनके सभी भर्ती घोटालों और पेपर लीक की जांच करवाकर घोटालेबाजों व उनके संरक्षकों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। एचपीएससी और एचएसएससी की 40 से ज्यादा भर्तियों के पेपर पिछले 9 साल में लीक हो चुके हैं, लेकिन किसी भी घोटाले में असली घोटालेबाजों पर कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पूरे हरियाणा में आज तक एक भी हरियाणवी ऐसा नहीं मिला जिसको एचपीएससी का चेयरमैन बना सकें। रणदीप ने कहा कि एचपीएससी को आरएसएस और एबीवीपी के लोगों की शाखा बनाकर रख दिया गया है जहां कुछ भी पारदर्शी नहीं है सिवाय खट्टर साहब के पारदर्शिता के जुमलों के।