रियल एस्टेट सेक्टर ने कहा- परेशानी होगी लेकिन पॉल्यूशन से जंग है जरूरी
गुरुग्राम, 9 नवंबर (हप्र)
दिल्ली-एनसीआर की हवा जहरीली हो रही है और प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। इसको देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के चरण 4 को लागू कर दिया गया। इसके तहत निर्माण सहित अन्य कार्यों पर रोक लगा दी गई है। अगले आदेश तक इन सभी कार्यों पर पाबंदी रहेगी। निर्माण कार्य पर लगे बैन से कई प्रोजेक्ट प्रभावित हुए हैं। कई प्रोजेक्ट पर मजदूरों को रोकने की चुनौतियां पैदा हो गई हैं। वहीं, कई जगहों पर दिन रात तीन शिफ्टों में जारी काम अब पूरी तरह से ठप पड़ गया है। जिले के कई प्रोजेक्ट डेवलपर असमंजस में हैं। क्रेडाई एनसीआर के प्रेसिडेंट मनोज गौड़ ने बताया कि “क्रेडाई अपने सभी सदस्य डेवलपर्स को एनजीटी और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुसार पानी का छिड़काव, ग्रीन नेट कवरिंग सहित अन्य आवश्यक कदम उठाने की सलाह देता है। इसके अलावा प्रदूषण का मुख्य स्रोत वाहन और सड़कों पर धूल है, इसे नियंत्रित और प्रबंधित करने की आवश्यकता है। रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा ने कहा कि हवा की गिरती गुणवत्ता को संतुलित करने के लिए अथॉरिटी कंस्ट्रक्शन गतिविधियों पर बैन लगा रहे हैं। यह कदम रियल एस्टेट सेक्टर के लिए चुनौती पैदा कर सकता है। प्रोजेक्ट डिलीवरी की गति प्रभावित हो सकती है। राष्ट्रीय राजधानी और इसके आसपास बढ़ते प्रदूषण स्तर को संतुलित करने के लिए ये उपाय काफी महत्वपूर्ण हैं। हम सॉफ्ट एक्टिविटी को जारी रखेंगे। इन गतिविधियों से मैनपावर को व्यस्त रखने में भी मदद मिलेगी, जिससे काम की कमी के कारण उन्हें अपने घर वापस लौटने से रोका जा सकेगा, क्योंकि सामान्य स्थिति होने पर काम फिर से शुरू करने में मुश्किल आती है।
एमआरजी वर्ल्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर रजत गोयल ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार खराब श्रेणी में बना हुआ है। स्वास्थ्य के लिहाज देखें तो सरकार का फैसला सही है। वहीं यदि अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स की बात करें तो उसमें थोड़ी देरी हो जाएगी और लोगों को समय पर डिलीवर नहीं कर सकेंगे। मौजूदा स्थिति को देखते हुए सरकार के फैसले के समर्थन में हैं, पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण के खिलाफ जंग में हम सरकार के साथ हैं।
अंसल हाउसिंग के डायरेक्टर कुशाग्र अंसल ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर के हालात खराब होते जा रहे हैं। ऐसे में बहुत जरूरी हो गया था कि कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी को रोका जाए। हालांकि इससे रियल एस्टेट सेक्टर को थोड़ी परेशानी होगी। लेकिन पहले प्रदूषण के खिलाफ जंग जरूरी है। विभिन्न प्रोजेक्ट्स में कार्यरत मजदूर हमारे साथ हैं, उनके रहने और खाने-पीने की व्यवस्था हम सुनिश्चित कर रहे हैं। हम सरकार द्वारा लिये गये फैसले का समर्थन करते हैं।