प्राचीन ज्ञान को जानने के लिए संस्कृत पढ़ें : प्रो. नरिंदर कौर
संगरूर, 31 जनवरी (निस)
पंजाबी विश्वविद्यालय में संस्कृत भाषा को सरल रूप में पढ़ाने के उद्देश्य से संस्कृत एवं पाली विभाग द्वारा आयोजित दस दिवसीय कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न हो गई। कार्यशाला के विदाई सत्र की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. नरिंदर कौर मुल्तानी ने कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। हमें अपने प्राचीन ज्ञान को बेहतर ढंग से जानने के लिए संस्कृत का अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने संस्कृत की महत्वता और वर्तमान समय में इसकी आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्य वक्ता संस्कृत भारती के उत्तरी क्षेत्र संगठन मंत्री नरेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में संस्कृत को भारतीय संस्कृति का मूल बताते हुए कहा कि हमारी संस्कृति के विकास के लिए संस्कृत का ज्ञान अत्यंत आवश्यक है।
संस्कृत एवं पाली विभागाध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कार्यशाला की गतिविधियों पर प्रकाश डाला और बताया कि इसमें 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. नीटू कौशल ने किया। कार्यक्रम के अंत में शांति मंत्र का गायन अजय आर्य ने किया। इस अवसर पर कई विभागों के विद्यार्थी एवं शोधार्थी भी उपस्थित थे।