Ratan Tata: शाम चार बजे तक अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा रतन टाटा का पार्थिव शरीर
मुंबई, 10 अक्टूबर (एजेंसी)
Ratan Tata: उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार रात्रि मुंबई के एक अस्पताल में 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान से आज मुंबई के वर्ली इलाके में किया जाएगा। इससे पहले उनका पार्थिव शरीर सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक दक्षिण मुंबई में नरीमन प्वाइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। महाराष्ट्र सरकार ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए बृहस्पतिवार को राज्य में एक दिवसीय शोक की घोषणा की है।
#WATCH मुंबई: दिग्गज उद्योगपति रतन एन टाटा के पार्थिव शरीर को आम जनता के अंतिम दर्शन के लिए NCPA लॉन ले जाया जा रहा है। pic.twitter.com/QxkMZlaZ5L
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 10, 2024
अमित शाह अंतिम संस्कार में शामिल होंगे
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उद्योगपति रतन टाटा के अंतिम संस्कार में बृहस्पतिवार को शामिल होंगे। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार की ओर से शाह रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। गृह मंत्री उद्योगपति के अंतिम संस्कार के लिए मुंबई जाएंगे क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए लाओस जा रहे हैं।
परिवार ने कहा- उनकी विनम्रता भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा
टाटा के परिवार ने एक बयान में कहा, ‘‘हम - उनके भाई, बहन और परिवार, उन सभी लोगों से मिले प्यार और सम्मान से सांत्वना और सुकून पाते हैं, जो उनका सम्मान करते थे। हालांकि, अब रतन टाटा व्यक्तिगत रूप से हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विनम्रता, उदारता और उद्देश्य की विरासत भावी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।'' टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने एक बयान में रतन टाटा को अपना ‘‘मित्र और मार्गदर्शक'' बताया।
पीएम मोदी व अन्य मंत्रियों ने जताया शोक
मोदी ने ‘एक्स' पर कहा, ‘‘श्री रतन टाटा जी का सबसे अनूठा पहलू बड़े सपने देखना और दूसरों को कुछ देने के प्रति उनका जुनून था। वह शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, पशु कल्याण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे रहे थे।'' केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रतन टाटा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और उन्हें ‘‘देश का महान सपूत'' बताया।
गडकरी ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘रतन टाटा के साथ मेरे तीन दशकों से घनिष्ठ पारिवारिक संबंध थे।'' नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने भी रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक जताया। अरबपति हर्ष गोयनका ने भी टाटा के निधन पर दुख जताया और ‘एक्स' पर एक पोस्ट में उन्हें ‘‘टाइटन'' (अत्यंत महत्वपूर्ण व्यक्ति) करार दिया। रतन टाटा ने सोमवार को कहा था कि उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है और वह उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं की जांच करा रहे हैं। उन्होंने कहा था, ‘‘मैं उम्र संबंधी बीमारियों के कारण अभी चिकित्सकीय जांच करा रहा हूं। चिंता की कोई बात नहीं है। मैं ठीक हूं।''
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी व खड़गे ने भी किया याद
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि रतन टाटा एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने कारोबार और परोपकार की दुनिया में अमिट छाप छोड़ी है। खरगे ने टाटा के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से ‘‘हमने भारत का एक अनमोल सपूत खो दिया है।''
उन्होंने ‘एक्स' पर पोस्ट में कहा, ‘‘एक उत्कृष्ट परोपकारी व्यक्ति, जिनकी भारत के समावेशी विकास के प्रति प्रतिबद्धता सर्वोपरि रही, श्री रतन टाटा निष्ठा और नैतिकतापूर्ण नेतृत्व के पर्याय थे।'' खड़गे ने कहा, ‘‘रतन टाटा लाखों लोगों के लिए प्रेरणा और आदर्श थे तथा उन्होंने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके प्रियजनों और प्रशंसकों के प्रति हमारी संवेदनाएं।'' राहुल गांधी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘रतन टाटा एक दूरदर्शी व्यक्ति थे। उन्होंने कारोबार और परोपकार दोनों पर अमिट छाप छोड़ी है। उनके परिवार और टाटा समुदाय के प्रति मेरी संवेदनाएं।''
अंबानी, अदाणी, महिंद्रा ने रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया
रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया। रिलायंस के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने रतन टाटा को भारत के सबसे प्रतिष्ठित और परोपकारी बेटों में से एक बताया। अंबानी के अलावा अरबपति गौतम अदाणी और ऑटो क्षेत्र के दिग्गज आनंद महिंद्रा ने भी टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया।
अंबानी ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘यह भारत और भारतीय उद्योग जगत के लिए बहुत दुखद दिन है। रतन टाटा का निधन न केवल टाटा समूह के लिए बल्कि प्रत्येक भारतीय के लिए बड़ी क्षति है।'' उन्होंने कहा, ‘‘व्यक्तिगत स्तर पर, रतन टाटा के निधन से मुझे बहुत दुख हुआ है क्योंकि मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया है।''
अदाणी ने कहा कि भारत ने ‘‘एक दिग्गज, एक दूरदर्शी व्यक्ति को खो दिया है जिन्होंने आधुनिक भारत के मार्ग को फिर से परिभाषित किया।'' उन्होंने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘रतन टाटा सिर्फ एक कारोबारी नेता नहीं थे, उन्होंने ईमानदारी, करुणा और व्यापक भलाई के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के साथ भारत की भावना को मूर्त रूप दिया। उनके जैसे दिग्गज अमर रहते हैं। ओम शांति।'' आनंद महिंद्रा ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था ‘‘ऐतिहासिक छलांग'' लगाने के कगार पर है और टाटा के ‘‘जीवन और कार्य का हमारे इस स्थिति में आने में बहुत बड़ा योगदान है।''