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राव इंद्रजीत सिंह का बढ़ा कद, केपी गुर्जर को मिली तीन टिकट

09:23 AM Sep 11, 2024 IST
राव इंद्रजीत सिंह का बढ़ा कद  केपी गुर्जर को मिली तीन टिकट
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 10 सितंबर
हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए टिकट आवंटन में भाजपा नेतृत्व ने इस बार केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का पूरा मान-सम्मान मिला है। हरियाणा भाजपा के नेताओं में वे अकेले ऐसे हैं, जिनके कहने से पार्टी ने आठ टिकटें दी हैं। अहीरवाल एरिया में टिकट आवंटन में भाजपा ने केंद्रीय मंत्री की पसंद-नापसंद का पूरा ख्याल रखा है। हरियाणा में भाजपा को लगातार दो बार तक सत्ता में पहुंचाने में जितना योगदान जीटी रोड बेल्ट का रहा है, उतनी ही भूमिका दक्षिण हरियाणा खासकर अहीरवाल ने निभाई है।
भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट में अहीरवाल एरिया के पांच हलकों में राव इंद्रजीत सिंह की पसंद से उम्मीदवार दिए थे। वहीं दूसरी लिस्ट में भी तीन लोगों को उनकी ही सिफारिश पर टिकट मिली है। इतना ही नहीं, इस बेल्ट के बाकी हलकों के टिकट आवंटन में भी पार्टी ने उनकी सहमति का विशेष ध्यान रखा है। पार्टी ने पहली लिस्ट में राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह राव को अटेली से प्रत्याशी घोषित किया।
इसी तरह से कोसली से उनके करीबी अनिल ढहीना को टिकट दिया गया। यहां के मौजूदा विधायक लक्ष्मण यादव को भी राव इंद्रजीत सिंह के कहने पर ही पार्टी ने रेवाड़ी शिफ्ट करके वहां से प्रत्याशी बनाया। गुरुग्राम में कई नेता टिकट के लिए लाइन में लगे थे लेकिन राव इंद्रजीत सिंह के कहने पर पार्टी ने पहलवान मुकेश शर्मा पर भरोसा जताया। 2019 के चुनावों में सिटिंग विधायक होते हुए भी तेजपाल तंवर का टिकट कट गया था। बताते हैं कि इस बार राव इंद्रजीत सिंह की वजह से तेजपाल तंवर टिकट हासिल करने में कामयाब रहे। 2014 में बावल हलके से डॉ़. बनवारी लाल को पहली बार टिकट राव इंद्रजीत सिंह के कोटे से ही मिला था। वे मनोहर सरकार में राज्य मंत्री भी रहे। इसके बाद 2019 में राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर उन्हें फिर से टिकट मिला और वे कैबिनेट मंत्री बने। बताते हैं कि बनवारी लाल ने इस टर्म में राव इंद्रजीत सिंह से दूरियां बनानी शुरू कर दी थी। इसका नतीजा यह निकला कि उनका टिकट कट गया। राव इंद्रजीत सिंह ने नये चेहरे के तौर पर डॉ. कृष्ण कुमार को बावल से टिकट दिलवाई है।
नारनौल के मौजूदा विधायक ओमप्रकाश यादव की टिकट पर भी तलवार लटकी थी। मनोहर सरकार में राज्य मंत्री रहे ओपी यादव को कई बार कैबिनेट से हटाने की कोशिशें भी हुईं लेकिन कभी भी बात सिरे नहीं चढ़ी। 12 मार्च को जब मनोहर लाल ने ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और नये मुख्यमंत्री बने नायब सिंह सैनी ने अपनी कैबिनेट का गठन किया तो उस समय ओपी यादव बाहर हो गए। उनकी जगह अभय सिंह यादव राज्य मंत्री बने।
राव इंद्रजीत सिंह ओपी यादव की टिकट बचाने में भी कामयाब रहे हैं। इतना ही नहीं, पटौदी के मौजूदा विधायक सत्यप्रकाश जरावता की टिकट भी राव इंद्रजीत सिंह के विरोध की वजह से कटने की सूचना है। 2014 में राव के कहने पर भाजपा ने बिमला चौधरी को पटौदी से टिकट दिया था। वे जीतीं और विधानसभ पहुंची। 2019 में उनकी टिकट कट गई। राव इंद्रजीत सिंह एक बार फिर बिमला चौधरी को पटौदी से टिकट दिलवाने में कामयाब रहे हैं।

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इस बार परिवारों पर मेहरबानी

आमतौर पर भाजपा परिवारवाद के खिलाफ रही है। लेकिन इस बार के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने नियमों में बड़ी ढील दी है। 10 नेताओं के परिवार के सदस्यों को टिकट दिया है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह राव को अटेली से टिकट मिला है। राज्यसभा सांसद श्रुति चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी तोशाम तो पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर से चुनाव लड़ेंगे। पूर्व सांसद किशन सिंह सांगवान के बेटे प्रदीप सांगवान को बरोदा, पूर्व सांसद रमेश चंद्र कौशिक के भाई देवेंद्र कौशिक को गन्नौर, पूर्व विधायक रामरतन के बेटे हरिंदर सिंह रामरतन को होडल व पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी व राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा की माता शक्ति रानी शर्मा को कालका से उम्मीदवार बनाया है। इसी तरह पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना के बेटे मनमोहन सिंह भड़ाना को समालखा, पूर्व सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान को चरखी दादरी और पूर्व विधायक नरेश कौशिक के भाई दिनेश कौशिक को बहादुरगढ़ से टिकट दिया है।

कृष्णपाल गुर्जर बेटे के लिए कर रहे लॉबिंग

केंद्रीय मंत्री व फरीदाबाद सांसद कृष्णपाल गुर्जर अपने बेटे देवेंद्र चौधरी की राजनीति में एंट्री करवाना चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती सिंह राव को अटेली, राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम से टिकट मिलने के बाद उन्हें उम्मीद है कि उनके बेटे को भी इस बार टिकट मिल सकती है। फरीदाबाद एनआईटी की सीट गुर्जर की लॉबिंग के चलते ही होल्ड होने की सूचना है।

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केपी गुर्जर के कोटे से तीन टिकट

भाजपा सूत्रों का कहना है कि फरीदाबाद से तीन बार के सांसद और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कहने पर पार्टी ने उनकी पार्लियामेंट में तीन लोगों को टिकट दिया है। हालांकि बाकी हलकों में उनकी पसंद के बिना भी पार्टी ने टिकट दिए हैं। होडल से गुर्जर के कहने पर पार्टी ने पूर्व विधायक रामरतन के बेटे हरिंदर सिंह रामरतन तथा हथीन से मनोज रावत को टिकट दिया है। इन दोनों ही हलकों में सिटिंग विधायकों की टिकट कटी है। केपी गुर्जर की सिफारिश पर ही पार्टी ने बड़खल से शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा का टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री के सबसे नजदीकी धनेश अदलखा को टिकट दिया है।

भाजपा की दूसरी लिस्ट में ये चेहरे

हलका                        उम्मीदवार

नारायणगढ़                          डॉ़. पवन सैनी
पिहोवा                               जयभगवान शर्मा ‘डीडी’
पूंडरी                                 सतपाल जाम्बा
असंध                                 योगेंद्र राणा
गन्नौर                                 देवेंद्र कौशिक
राई                                   कृष्णा गहलोत
बरोदा                                प्रदीप सांगवान
जुलाना                               कैप्टन योगेश बैरागी
नरवाना                              कृष्ण कुमार बेदी
डबवाली                            बलदेव सिंह मांगीयाना
ऐलनाबाद                         अमीर चंद मेहता
रोहतक                            मनीष ग्रोवर
नारनौल                           ओमप्रकाश यादव
बावल                               डॉ़. कृष्ण कुमार
पटौदी                             बिमला चौधरी
नूंह                                संजय सिंह
फिरोजपुर-झिरका            नसीम अहमद
पुन्हाना                          ऐजाज खान
हथीन                            मनोज रावत
होडल                           हरिंदर सिंह रामरतन
बड़खल                       धनेश अदलखा

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