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राव अभय सिंह ने राजनीति में आदर्श स्थापित किए : हुड्डा

08:28 AM Sep 02, 2023 IST
राव अभय सिंह ने राजनीति में आदर्श स्थापित किए   हुड्डा
रेवाड़ी में शुक्रवार को पुस्तक का विमोचन करते पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा। साथ हैं अन्य नेता। -हप्र
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तरुण जैन/हप्र
रेवाड़ी, 1 सितंबर
कांग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय चेयरमैन कैप्टन अजय यादव के पिता व रेवाड़ी के कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव के दादा स्व. राव अभय सिंह की 100वीं जयंती पर किशन लाल पब्लिक कॉलेज के सभागार में एक समारोह का आयोजन किया गया। इसमें क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देकर याद किया। समारोह की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने की। उन्होंने स्व. राव के सामाजिक व राजनीतिक जीवन पर लिखी पुस्तक ‘गरीबों के हमदर्द-राव अभय सिंह’ का विमोचन किया। समारोह में दिग्गज नेताओं, पूर्व मंत्रियों व पूर्व विधायकों ने हिस्सा लिया। मुख्य अतिथि गांव भाड़ावास के मोहनदास मंदिर के महंत महावीर दास ने की।
पुस्तक के विमोचन के बाद हुड्डा ने कहा कि राव अभय सिंह को उन्होंने सदैव गरीबों के मसीहा व सच्चे राजनीतिज्ञ के रूप में देखा। उन्होंने राजनीति में आदर्श स्थापित किए। वे रेवाड़ी के पहले विधायक बने और तीन बार विधायक बनकर लोगों की सेवा की। उनके पदचिन्हों पर चलते हुए उनके परिवार के कै. अजय यादव व चिरंजीव राव निरंतर सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहे हैं। राव अभय सिंह शिक्षा प्रेमी थे और बालिकाओं की शिक्षा पर उन्होंने विशेष जोर दिया था। यही कारण है कि राव के परिवार के सदस्यों ने यहां अनेक शिक्षण संस्थान स्थापित कर युवाओं को उच्च शिक्षा प्रदान करने का अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि उनके स्वतंत्रता सेनानी पिता चौ. रणबीर सिंह के राव अभय सिंह के साथ मधुर संबंध थे। इसी कड़ी में कै. अजय यादव ने उनके मुख्यमंत्री काल में क्षेत्र का जहां खूब विकास किया, वहीं रेवाड़ी को उंचाइयों पर ले गए। चिरंजीव राव भी अपने दादा व पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए जनहित के मुद्दों को उठाने में अग्रणीय रहे हैं।
कै. अजय सिंह ने कहा कि उनके पिता राव अभय सिंह गरीब लोगों के सच्चे हमदर्द थे और उन्हें स्वयं अपने हाथों से खाना खिलाते थे। वे अपने स्टेटस की परवाह किए बिना रिक्शा में बैठकर बाजार में निकलते थे। उनके पिता ने बीए व एलएलबी कर आगे बढ़ने का निर्णय लिया। 1952 में उन्हें कांग्रेस का टिकट मिला और उन्होंने राव बीरेंद्र सिंह को हराकर जीत दर्ज की। कै. अजय ने कहा कि जो खुद को राजा कहलवाता था, उन्हें उनके पिता ने पहले ही चुनाव में चुनौती देकर पछाड़ा। इसके बाद, वे तीन बार विधायक बने। उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य के निर्माण में उनके पिता का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि चौ. बंसीलाल ने उन्हें नगर सुधार न्याय का जब चेयरमैन नियुक्त किया तो उनके पिता ने वेतन के रूप में मात्र एक रुपया लेकर मिशाल कायम की थी। उन्होंने कहा कि वे खुद लगातार 6 बार रेवाड़ी से विधायक और मंत्री रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल में जमकर विकास कार्य कराए।
विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि ऐसा लगता है कि उनके दादा आज भी उनके आसपास ही हैं। वे असाधारण व्यक्तित्व के धनी थे। उन्हें खुशी है कि उन्हें उनकी गोदी में खेलने का सौभाग्य मिला। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ. उदयभान ने कहा कि राव अभय सिंह व उनका परिवार 1952 से ही कांग्रेस व गांधी परिवार से जुड़ा रहा है। मंच संचालन शिक्षाविद् डा. उमाशंकर यादव ने किया। समारोह में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। समरोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री अनिल शास्त्री, कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया, पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह, शकुंतला भगवाडिय़ा, डा. एमएल रंगा, पूर्व विधायक चौ. रामबीर सिंह, पूर्व सुखबीर कटारिया, पूर्व विधायक अनीता यादव, पूर्व विधायक राधेश्याम शर्मा, अभिमन्यु राव, मीनाक्षी यादव, पूर्व जस्टिस निर्मल यादव, शकुंतला यादव और डा. आरके यादव उपस्थित रहे।

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