रणजीत सिंह का इस्तीफा अभी लटका, 23 को आ सकते हैं विधानसभा
चंडीगढ़, 17 अप्रैल (ट्रिन्यूू)
रानियां से निर्दलीय विधायक व सरकार में बिजली व जेल मंत्री चौ़ रणजीत सिंह का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं होगा। इसमें तकनीकी पेच है। दरअसल, रणजीत सिंह ने अपने मैसेंजर के जरिये स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को अपना इस्तीफा भेजा था। नियमों के तहत, पहले स्पीकर इस्तीफे पर रणजीत सिंह के हस्ताक्षर वेरिफाई करेंगे। इसके बाद इस पर फैसला लिया जाएगा। स्पीकर ने इस संदर्भ में 23 अप्रैल को रणजीत सिंह को विधानसभा बुलाया है, जिससे इस पर जल्द फैसला हो सके।
बुधवार को यहां मीडिया के सवालों के जवाब में स्पीकर ने यह जानकारी दी। रणजीत सिंह 2019 में रानियां हलके से निर्दलीय विधायक चुने गए थे। चुनावी नतीजों के बाद ही उन्होंने भाजपा को समर्थन देने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। नायब सरकार में भी रणजीत सिंह ने बतौर कैबिनेट मंत्री शपथ ग्रहण की। 24 मार्च को सिरसा में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
इसी दिन भाजपा ने उन्हें हिसार से प्रत्याशी घोषित किया। इसी दिन रणजीत सिंह ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा भी दे दिया था। वे 26 मार्च से हिसार में प्रचार शुरू कर चुके हैं। उनके द्वारा भेजे गए इस्तीफे पर स्पीकर ने कानूनी राय ली। इसी के चलते अब स्पीकर ने 23 अप्रैल को रणजीत सिंह को विधानसभा सचिवालय बुलाया है, जिससे उनके हस्ताक्षरों की वेरिफिकेशन की जा सके। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद रणजीत सिंह की स्वीकृति से उनका इस्तीफा स्वीकार होगा।
अभय चौटाला भी हुए थे पेश
इनेलो विधायक अभय चौटाला ने किसान आंदोलन के दौरान ऐलनाबाद हलके से विधायक रहते हुए इस्तीफा दिया था। अभय ने अपने हलके में सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान जनता के बीच इस्तीफा लेकर मेल कर दिया था। बाद में कानूनी राय के आधार पर अभय चौटाला को बुलाया गया तो वह ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा स्पीकर से मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे। अभय द्वारा अपने इस्तीफे तथा हस्ताक्षरों की वेरिफिकेशन के बाद स्पीकर ने उनका इस्तीफा स्वीकार किया था।