Rampur Bushahr : ननखड़ी वन रेंज में Eco टूरिज्म की अपार संभावनाएं, मंत्री विक्रमादित्य सिंह से वन विभाग को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश
प्रेम राज काश्यप/हमारे प्रतिनिधि
रामपुर बुशहर, 10 मार्च
वन विभाग रामपुर बुशहर डिवीजन के डीएफओ गुर हर्ष सिंह ने ननखड़ी वन रेंज में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह के समक्ष एक प्रस्ताव रख कर इसे लेकर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कर प्रकृति-आधारित आजीविका सृजित करने के लिए वन विभाग को आवश्यक कदम उठाने के लिए जोर देते आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
वन विभाग का कहना है कि स्थानीय लोगों की भागीदारी के साथ ननखड़ी में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने से प्रकृति आधारित आजीविका के अवसर पैदा किए जा सकते हैं। वनमंडलाधिकारी (डीएफओ) वन मंडल रामपुर बुशहर गुरहर्ष सिंह ने बताया कि रामपुर बुशहर वन प्रभाग के इको टूरिज्म अध्याय को हाल ही में भारत सरकार ने मंजूरी दी है। इससे वन क्षेत्रों में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। जिसके अंतर्गत ननखड़ी में कई जगह जैसे ननखड़ी से कोटकाली मंदिर, एफआरएच गाहन से करेंगढ़, नारकंडा से सराहन ट्रेक को मंजूरी दी गई है।
इको डेवलेपमेंट कमेटियां बनाई जाएंगी
इसी तरह, ननखड़ी के सिधपुर में एक विंटर एडवेंचर ईको टूरिज्म स्थल विकसित करने के प्रयास जारी हैं। इसके तहत सिद्धपुर, ननखड़ी प्रशासन और स्थानीय लोगों के प्रतिनिधियों वाली इको डेवलेपमेंट कमेटियां बनाई जाएंगी। ये कमेटियां ईको टूरिज्म गतिविधियों को चलाएंगी और उनका विकास करेंगी।
डीएफओ रामपुर बुशहर गुरहर्ष सिंह ने बताया कि इन ट्रेकिंग मार्गों और ईको टूरिज्म स्थलों को हिमाचल प्रदेश सरकार की ईको टूरिज्म नीति के अनुसार सामुदायिक विकास मॉडल पर विकसित किया जाएगा। इससे स्थानीय लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण आजीविका के अवसर उत्पन्न किए जा सकें। इसके लिए प्रशासन एवं स्थानीय प्रतिनिधियों की भागीदारी वाली ईको-डेवलपमेंट कमेटियों का गठन किया जाएगा, जो ईको टूरिज्म गतिविधियों का संचालन और विकास करेंगी।