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रामलीला युवा संस्कार योजना अनूठा प्रयास : स्वामी ज्ञानानंद

08:59 AM Oct 18, 2023 IST
कुरुक्षेत्र में अतिथियों को सम्मानित करते स्वामी ज्ञानानंद महाराज। -हप्र

कुरुक्षेत्र, 17 अक्तूबर (हप्र)
कुरुक्षेत्र में पहली बार एक ऐसी भव्य रामलीला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें दिल्ली एनसीआर के स्कूलों और गुरुकुल में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी रामायण के विभिन्न किरदारों का मंचन कर रहे हैं।
रामलीला को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ गीता ज्ञान संस्थानम् में प्रतिदिन शाम 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक उमड़ी नजर आ रही है। महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के सान्निध्य एवं अंतरराष्ट्रीय रामलीला महोत्सव आयोजन समिति की तत्वावधान में गीता ज्ञान संस्थानम् कुरुक्षेत्र में आयोजित रामलीला के द्वितीय दिवस दिल्ली एनसीआर के स्कूलों और गुरुकुल के छात्रों द्वारा मंचित पितृभक्त श्रवण कुमार प्रसंग, श्रीराम जन्म, मुनि विश्वामित्र का राजा दशरथ के दरबार में आगमन, राम लक्ष्मण का विश्वामित्र संग दण्डकारण्य गमन, ताड़का सुबाहु वध की लीला प्रस्तुत की गई।
श्रवण कुमार प्रसंग में अयोध्या के राजा दशरथ द्वारा हिंसक पशुओं से अपनी प्रजा की रक्षा हेतु किए जा रहे प्रयासों के दौरान एक दिन सरयू के जल की आवाज सुन दशरथ जी ने तीर चलाया जो दुर्भाग्य से श्रवण कुमार को लग गया।
पुत्र वियोग में अंधे माता-पिता का विलाप और दशरथ को दिए गए श्राप जैसे दृश्यों की प्रस्तुति में बाल कलाकारों का जीवन्त अभिनय देख दर्शक भाव विह्वल हो उठे। सभी ने लीला निर्देशक सोमनाथ और सह निदेशक भगवान शर्मा और उनकी टीम के श्रम और समर्पण की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
अंतर्राष्ट्रीय रामलीला महोत्सव के अध्यक्ष डा. वेदप्रकाश टंडन ने बताया कि स्वामी ज्ञानानंद महाराज के सान्निध्य में उपस्थित प्रबुद्ध दर्शकों में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. सोमनाथ सचदेवा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक रास बिहारी, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव भारत भूषण भारती तथा देश के विभिन्न भागों से पधारे अनेक रामभक्त और नगर के गणमान्य नागरिक प्रमुख थे। बड़ी संख्या में गीता ज्ञान संस्थानम् पहुंचने वाले स्थानीय श्रद्धालु दर्शकों के उत्साह को प्रतिकूल मौसम भी न रोक सका।

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