राजोआना संबंधी मामला बेहद संवेदनशील : केंद्र
नयी दिल्ली, 25 नवंबर (एजेंसी)
1995 में पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी बलवंत सिंह राजोआना की दया याचिका पर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से इसे एक ‘संवेदनशील मामला’ बताया है। जस्टिस बीआर गवई की अगुवाई वाली पीठ के समक्ष सुनवाई के दौरान सरकार ने याचिका पर निर्णय से पहले अन्य एजेंसियों से परामर्श की आवश्यकता जताई। राजोआना ने याचिका में अपनी मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की अपील की है, यह तर्क देते हुए कि सजा पर अमल में अत्यधिक देरी हुई है।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अदालत को बताया कि इस मामले में विभिन्न एजेंसियों की राय लेना आवश्यक है। उन्होंने राष्ट्रपति के सचिव को राजोआना की दया याचिका राष्ट्रपति के समक्ष रखने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रोक लगाने की अपील की। अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के एम नटराज ने भी कहा कि मामला बेहद संवेदनशील है और अभी गृह मंत्रालय की समीक्षा के अधीन है। केंद्र की दलीलों को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई चार सप्ताह के लिए स्थगित कर दी।