Rajnath Singh ने अमेरिका के रक्षा मंत्री के साथ फोन पर की बात, संबंधों को प्रगाढ़ करने पर हुए सहमत
नई दिल्ली, छह फरवरी (भाषा)
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व उनके अमेरिकी समकक्ष पीट हेगसेथ विशेष रूप से खुफिया सूचना साझा करने, साजो सामान और औद्योगिक सहयोग के क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी प्रगाढ़ करने के लिए 10 वर्षीय एक व्यापक ‘फ्रेमवर्क' पर काम करने को सहमत हुए। सिंह ने कहा कि हेगसेथ ने फोन पर हुई बातचीत में, द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की। यह बातचीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हफ्ते भर से कम समय में प्रस्तावित वाशिंगटन यात्रा से पहले हुई है।
2025-2035 की अवधि के लिए द्विपक्षीय सहयोग को आकार देना
हेगसेथ के रक्षा मंत्री का पदभार संभालने के बाद सिंह की उनके साथ फोन पर यह पहली बातचीत थी। जारी बयान में कहा गया कि दोनों देश रक्षा सहयोग पर एक व्यापक रूपरेखा का मसौदा तैयार करने के लिए साथ मिलकर काम करने को सहमत हुए हैं, जिसका उद्देश्य 2025-2035 की अवधि के लिए द्विपक्षीय सहयोग को आकार देना है। सिंह और हेगसेथ ने भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग की व्यापक गतिविधियों की समीक्षा की, जिसमें ‘‘भूमि, वायु, समुद्री और अंतरिक्ष के विभिन्न क्षेत्र'' शामिल हैं।
भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग की समीक्षा
सिंह ने ‘एक्स' पर पोस्ट में कहा कि उन्होंने और हेगसेथ ने भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग की समीक्षा की। सिंह ने फोन पर हुई बातचीत को ‘‘शानदार'' बताया। उन्होंने कहा, ‘‘हमने जारी रक्षा सहयोग की समीक्षा की और भारत-अमेरिका द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को विस्तारित और प्रगाढ़ करने के तरीकों पर चर्चा की।'' हम एक महत्वाकांक्षी एजेंडा तैयार करने पर भी सहमत हुए, जिसमें अभियानगत, खुफिया, साजो सामान और रक्षा-औद्योगिक सहयोग शामिल हैं।
मंत्री हेगसेथ के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं। सिंह और हेगसेथ के बीच फोन पर बातचीत ऐसे समय हुई है, जब अमेरिका ने एक सैन्य परिवहन विमान में 100 से अधिक भारतीयों को स्वदेश भेजा है। वाशिंगटन डीसी में मोदी और ट्रंप के बीच होने वाली वार्ता में रक्षा द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर मुख्य रूप से चर्चा होने की उम्मीद है।
यात्रा की योजना के अनुसार, मोदी पेरिस की अपनी दो दिवसीय यात्रा समाप्त करने के बाद वाशिंगटन डीसी जाएंगे। प्रधानमंत्री के 12 फरवरी की शाम अमेरिका की राजधानी पहुंचने की उम्मीद है। अगले दिन उनके और ट्रंप के बीच वार्ता होने की उम्मीद है। 20 जनवरी को दूसरे कार्यकाल के लिए ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद मोदी की अमेरिका की यह पहली यात्रा होगी।