राजीव वर्मा ने संभाला एडवाइजर का कार्यभार
मनीमाजरा (चंडीगढ़) 7 फ़रवरी (हप्र)
एजीएमयूटी कैडर के 1992 बैच के आईएएस अधिकारी राजीव वर्मा ने बुधवार शाम करीब चार बजे चंडीगढ़ सचिवालय में कार्यभार संभाल लिया। सचिवालय पहुंचने पर उन्हें गार्ड आफ आनर दिया गया। इस मौके पर चंडीगढ़ के गृह सचिव व करीब तीन महीने से प्रशासक के सलाहकार का कार्यभार देख रहे नितिन यादव, डीजीपी परवीर रंजन सहित प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद थे। अधिकारियों के साथ पहली संक्षिप्त बैठक में राजीव वर्मा ने स्पष्ट कर दिया कि अधिकारियों को चाहिए कि लोगों को उन तक पहुंचने की जरूरत न पड़े बल्कि वे खुद लोगों तक पहुंचें। साथ ही उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है कि वह चंडीगढ़ को स्वच्छता में नंबर वन बनाएं और इसके लिए सभी अधिकारियों को मिलकर काम करना होगा। अधिकारियों की बैठक लेने के बाद वे पंजाब राजभवन गए जहां उन्होंने यूटी के प्रशासक व पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मुलाकात की।सलाहकार नियुक्त होने से पहले राजीव वर्मा पुडुचेरी के मुख्य सचिव थे। मूलरूप से उत्तर-प्रदेश से निवासी वर्मा ने कंप्यूटर साइंस में एमटेक और आईआईटी, रुड़की से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की है। वर्मा की चंडीगढ़ में पहली पोस्टिंग है और इससे पहले वे चंडीगढ़ नहीं आए थे। वह दो साल बाद दिसंबर, 2026 में रिटायर होंगे। आम तौर पर प्रशासक के सालहाकर का कार्यकाल तीन साल का होता है, लेकिन वर्मा भी तीन साल का कार्यकाल पूरा करने से पहले ही रिटायर हो जाएंगे। लोकसभा चुनाव से पहले एमएचए की ओर से इस पद पर वर्मा को अब अहम जिम्मेदारी मिली है।
3 महीने से खाली था यह पद
गौरतलब है कि चंडीगढ़ के एडवाइजर का पद लगभग तीन महीने से खाली था। यूटी के प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल के 31 अक्तूबर को रिटायर होने के बाद से चंडीगढ़ प्रशासन में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी गृह सचिव नितिन कुमार यादव कार्यवाहक प्रशासक के सलाहकार का कार्यभार संभाल रहे थे। धर्मपाल ने जून 2021 में प्रशासक के सलाहकार का पद संभाला था। लेकिन, धर्मपाल भी तीन साल का कार्यकाल पूरा करने से पहले ही रिटायर हो गए थे।