हिमाचल में राजीव गांधी स्वरोजगार योजना शुरू
शिमला, 8 जून (निस)
हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने स्वरोजगार के अवसर सृजित करने के मकसद से राज्य में राजीव गांधी स्वरोजगार योजना शुरू कर दी है। योजना के तहत मूल हिमाचली युवाओं को ग्रीन फील्ड उद्यम स्थापित करने के लिए सरकार 25 से 35 फीसद तक उपदान देगी। राजीव गांधी स्वरोजगार योजना के तहत नया उद्यम स्थापित करने के मकसद से युवा अधिकतम एक करोड़ तक का ऋण बैंकों से ले सकेंगे।
युवाओं को योजना का फायदा पहुंचाने के मकसद से सरकार 10 करोड़ का कॉर्पस बनाएगी। यह राशि सरकार द्वारा प्राधिकृत नोडल बैंक में जमा होगी। कॉर्पस में एक करोड़ तक की न्यूनतम राशि रहना आवश्यक है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में स्वरोजगार के अवसर सृजित करने के उद्देश्य से इस योजना की बजट में घोषणा की थी। योजना के तहत 18 से 45 साल तक के युवाओं को उपदानों का फायदा होगा। योजना के तहत नया उद्यम स्थापित करने वाली महिला उद्यमियों की अधिकतम आयु 50 साल तय की गई है। योजना के तहत सामान्य वर्ग के युवाओं द्वारा प्लांट व मशीनरी खरीदने पर अधिकतम 25, एससी व एसटी वर्ग के युवाओं को 30 तथा महिला उद्यमियों को 35 फीसद उपदान मिलेगा। प्लांट व मशीनरी खरीदने के लिए उपदान 60 लाख तक की रकम पर मिलेगा।
ई. बसें व ट्रक खरीदने पर 50 फीसद उपदान
ई. बसें व ट्रक खरीदने पर उपदान 50 फीसद होगा। योजना के तहत युवा बैंकों से एक करोड़ तक का ऋण ले सकेंगे। मगर ऋण की राशि में 10 करोड़ उद्यम प्रारंभ करने वाले युवा की तरफ से मार्जिन मनी होगी। योजना के तहत जुटाया गया ऋण 5 से 7 साल में लौटाना होगा। ऋण लेने के बाद दो साल के भीतर उद्यम में उत्पादन प्रारंभ करना होगा। सर्विस सेक्टर के उद्यमों के लिए भी योजना के तहत युवाओं को ऋण मिलेगा।