गांव-गांव कहर ढा रहा बरसाती पानी, ठेकेदारों को नोटिस पर नोटिस
इकबाल सिंह शांत/निस
डबवाली, 10 जुलाई
ई-टेंडरिंग वाले ठेकेदारों द्वारा जोहड़ों का जीर्णोद्धार कार्य अधर में छोड़ने से अमृत सरोवर योजना ग्रामीण जिंदगी के लिए ‘विष’ योजना बन कर रह गयी है।
खंड डबवाली में अधर में लटके जोहड़ जीर्णोद्धार में निकासी प्रबंध न होने से बरसात का पानी गांवों में कहर ढा रहा है। अमृत सरोवर योजना के तहत खंड डबवाली के 29 गांवों में कुल 34 जोहड़ कार्य के टेंडर हुए हैं, जिनमें से 18 का जीर्णोद्धार कार्य 50-60 प्रतिशत से आगे नहीं बढ़ सका।
जानकारी के मुताबिक 8 गांवों में कार्य शुरू ही नहीं हुआ। चकजालू व गोदीकां के तीन जोहड़ों का कार्य 80-85% तक पहुंच सका है। 21 मार्च, 2022 को अलाट कार्य की दूसरी बार समयावधि गत 30 जून, 2024 को निकल चुकी है। बता दें कि दारेवाला गांव में वर्ष भर से 60% कार्य के बाद जोहड़ अधर में लटका हुआ है। निकासी प्रबंध न होने बरसात का जोहड़ का पानी ओवरफ्लो होकर करीब दर्जन घरों में घुसने से दीवारों में दरारें पड़ गयी व नींव तक धंस गयी। पंचायत ने पंप लगा कर गांव को डूबने से बचाया। ऐसे ही मटदादु के चार जोहड़ों के कार्य हेतु जगह-जगह खोदे 20 फुट गहरे गड्ढों ने गांव की जिंदगी बेहाल कर रखी है।
अन्य गांवों में अधूरे जोहड़ कार्य से समस्याएं बनी हुई हैं। सोसायटी आधारित ठेकेदारों के वीआईपी रुतबे के आगे टेंडर रद करने की चेतावनी भी बेअसर पड़ रही है। पंचायती राज विभाग द्वारा नोटिस पर नोटिस जारी किये जा रहे हैं। ठेकेदारों के कानों पर जून तक नहीं रेंग रही। कई ठेकदारों को आधे-अधूरे कार्यों की करीब 70-75% रकम अदा की जा चुकी है। दूर-दराज के सोसायटी आधारित ठेकेदारों ने ई-टेंडरिंग से करीब 25-30 फीसदी कम रेटों पर उक्त टेंडर उठाये थे। कार्य में आर्थिक जान न होने से ठेकेदार कार्य से पीछे हटते दिखाई पड़ रहे हैं।
पंचायती राज विभाग डबवाली के एसडीओ बोले
पंचायती राज विभाग डबवाली खंड के एसडीओ प्रिथीराज ने कहा कि ठेकेदारों को लगातार नोटिस जारी किये गये हैं। कार्य न होने पर जल्द टेंडर रद्द करके आगामी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। विभाग का एक उच्चाधिकारी ठेकेदारों के पक्ष में गवाही भरता नजर आया कि मजबूती हेतु जोहड़ कार्य धीरे-धीरे ही किया जाता है।
सरपंचों ने की बिल अदायगी न करने की मांग
सरपंच एसोसिएशन खंड डबवाली ने दारेवाला के हालातों के मद्देनज़र ठेकेदारों के खिलाफ मैदान में उतर आये हैं। उन्होंने खंड में जोहड़ कार्यों पर सवाल उठाते कहा कि आधे-अधूरे कार्य में उपयोग लाई घटिया स्तर की सामग्री बरसाती पानी में बह गयी है। उन्होंने ज्ञापन देकर जोहड कार्यों की अदायगी से पूर्व ग्राम पंचायतों से अनापति प्रमाण पत्र न लेने तक ठेकेदार को बिलों की अदायगी न करने की मांग की।
अमृत सरोवर योजना बड़ी धांधली : डॉ. केवी सिंह
वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह ने अमृत सरोवर योजना कार्यों को महज खानापूर्ति बताते कहा कि परियोजना के ठेकेदार कच्चा काम करके पैसे लेकर चलते बने और पक्का काम छोड़ गए। योजना पर खर्च हुए करोड़ों रुपये पहली बरसात ने धराशायी कर दिये। यह योजना एक बड़ी धांधली है, जिसकी प्राथमिकता से जांच होनी चाहिए।