मंडी में 19 लोगों को लील गयी बरसात
पुरुषोत्तम शर्मा/निस
मंडी, 14 अगस्त
मंडी जिले में 3 दिन से हो रही भारी बरसात से अब तक 19 लोगों की मौत हो गई। द्रंग हलके की सेगली पंचायत के कलेशधार गांव के एक ही परिवार के 7 सदस्याें की मौत हुई है, जबकि जिलेभर से अभी तक 5 लोग लापता हैं। लापता लोगों की तलाश में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों को लगाया गया है। धर्मपुर हलके के टीहरा क्षेत्र के रहने वाले पूर्व प्रधान प्रभाष राणा पुत्र लश्करी राम सोमवार सुबह अपने पड़ोस में मकान में गिरे मलबे में दबे लोगों को निकालने गए थे। उन्होंने दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया था लेकिन अचानक वह मलबे की चपेट में आने से घायल हो गए। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। इसी हलके के भदराणा में मलबे में दबने से वृद्ध
महिला की मौत हो गई। मृतका की पहचान रिंकू देवी पत्नी नारायण के रूप में हुई है। सरकाघाट हलके के डाढ़ में बादल फटने से आई बाढ़ की चपेट में आने से मंजु देवी पत्नी देसराज की मौत हो गई। बल्ह हलके के मलवाणा में 22 वर्ष के अक्षत पुत्र मोहन लाल की मौत हो गई। उसके पिता लापता हैं। सकोर गांव में मलबे की चपेट में आने से शनिचरी देवी पत्नी अमर चंद की मौत हो गई।
साबंल में बादल फटने से नागचला से पंडोह तक फोरलेन का काम कर रही केएमसी कंपनी के तीन मजदूरों की मौत हो गई। एक लापता है। यहीं पर एक महिला एक लड़की और छह माह की बच्ची मलबे की चपेट में आने से बह गए। मझवाड़ पंचायत में दादी-पोती मलबे की चपेट में आने से लापता हो गए।
द्रंग हलके की सेगली पंचायत के क्लेशधार में पहाड़ में भूस्खलन से एक मकान के जमींदोज होने से 7 लोगों की मौत हो गई। रमेश कुमार के घर में रविवार को कोई समारोह था। रात को मकान में 18 लोग सोए हुए थे। मकान जमींदोज होने से सभी लोग मलबे में दब गए।
''मलबे की चपेट में आने और बादल फटने से 19 लोगों की मौत हुई है। पांच लापता, छह घायल हुए हैं। सर्च अभियान जारी है। चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग पर मंडी से ओट के बीच पांच जगह बादल फटने के समाचार हैं जिससे सड़क मार्ग बंद है।''
-सागर चंद्र शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मंडी