Rain in Delhi: उपराज्यपाल ने की आपात बैठक, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द
नयी दिल्ली, 28 जून (भाषा)
Rain in Delhi: दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के बाद स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित करने तथा जलभराव की समस्या के समाधान के लिए पंप लगाने का निर्देश दिया।
उपराज्यपाल कार्यालय के अनुसार, आपात बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि छुट्टी पर गए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत ड्यूटी पर वापस आने के लिए कहा जाना चाहिए और अगले दो महीनों तक कोई छुट्टी मंजूर नहीं की जानी चाहिए।
Traffic Alert
Traffic is affected on Ring Road in both the carriageways from Naraina towards Moti Bagh and vice-versa due to waterlogging under Dhaula Kuan Flyover. Kindly plan your journey accordingly. pic.twitter.com/Y8X1bOXUcE— Delhi Traffic Police (@dtptraffic) June 28, 2024
उपराज्यपाल कार्यालय ने कहा कि सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी में तैयारियों और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली की कमी का भी संज्ञान लिया।
बैठक में दिल्ली जल बोर्ड, लोक निर्माण विभाग, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली विकास प्राधिकरण, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
सक्सेना ने कहा कि नालों से गाद निकालने का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। उपराज्यपाल ने अधिकारियों से अगले सप्ताह में आपातकालीन आधार पर गाद निकलवाने का काम शुरू करने को कहा।
उपराज्यपाल ने अधिकारियों से जलभराव की शिकायतों के लिए आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित करने को कहा। नियंत्रण कक्ष में वरिष्ठ अधिकारी चौबीसों घंटे मौजूद रहेंगे।
उन्होंने विभिन्न एजेंसियों को सड़कों पर जमा पानी निकालने के लिए पंप की सहायता लेने और कर्मियों को तैनात करने का भी निर्देश दिया।
अधिकारियों ने बताया कि सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग को हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के अपने समकक्षों के साथ संपर्क में रहने का निर्देश दिया गया है ताकि वर्षा के स्तर और हथिनीकुंड बैराज से निकलने वाले पानी का आकलन किया जा सके।
उन्होंने बताया कि उपराज्यपाल ने राजस्व विभाग को भारी वर्षा की स्थिति में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के तहत आपदा प्रतिक्रिया प्रकोष्ठ को सक्रिय करने और मानसून के दौरान किसी भी आपातकालीन उपाय के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की सहायता लेने का निर्देश दिया।