रेलवे ने लाइन ठीक करने के लिए 4 दिन बंद रखा फाटक, 10 दिन बाद भी नहीं किया दुरुस्त
ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 30 जनवरी
करनाल रोड लघु सचिवालय के निकट बना रेलवे फाटक 10 दिनों से वाहन चालकों की जान के लिए आफत बना हुआ है। रेलवे लाइन ठीक करने के बाद उखाड़ी गई सड़क व लाइन के बीच के रास्ते को ठीक न करने से प्रतिदिन वहां लाइन बीचों-बीच वाहन फंस रहे हैं। जिसके कारण वहां 24 घंटे जाम के हालात बने रहते हैं। सोमवार को भी फाटक को कुछ घंटे के लिए बंद किया गया था। वाहन चालक सोमवार को भी लंबा रास्ता तय कर अपने गंतव्य को इस आशा में जाते रहे कि मंगलवार को शायद फाटक दुरुस्त हो जाए। परंतु रेलवे विभाग ने फाटक और रास्ते को ठीक करने के कोई प्रयास नहीं किए। मंगलवार को तो हालत अन्य दिनों से भी बदतर हो गए क्योंकि रेलवे लाइन के दोनों तरफ डाले गये पत्थर कम हो गया। जाम लगने के कारण रेलवे के कर्मचारी और मजदूर मौके पर तो पहुंचे, लेकिन सामान न होने के कारण फाटक को ठीक करने का काम शुरू नहीं कर सके।
जनता परेशान, जताया रोष
रेलवे लाइन को ऊंचा उठने के लिए रेलवे इंजीनियरिंग विभाग ने 21 जनवरी को करनाल रोड का फाटक बंद कर काम शुरू किया था। कहा गया था कि 23 जनवरी तक रेलवे लाइन पर काम चलने के कारण फाटक को बंद किया गया है। फाटक बंद करने की कोई सूचना करनाल रोड या फाटक के ऊपर नहीं लगाई गई थी। हजारों लोग फाटक पर पहुंचते और खुलने के इंतजार में खड़े रहते। कई घंटे बाद उन्हें पता चला कि फाटक 3 दिन के लिए बंद है। इसके बाद लोग सुभाष नगर, देवगढ़ रोड, कुरुक्षेत्र रोड या बाइपास के फाटक से लंबा रास्ता तय कर अपने गंतव्य तक पहुंचते रहे। रेलवे ने फाटक को बिना सूचना दिए 24 जनवरी को भी बंद रखा। फिर 25 जनवरी के बाद फाटक खुला भी तो हालात ऐसे नहीं थे कि वहां से वाहन गुजारे जा सकें। 29 जनवरी को हालत खराब होने के बाद फाटक फिर बंद कर दिया गया। अब 30 जनवरी को भी करनाल रोड फाटक की सड़क दुरुस्त नहीं हुई और दिन भर जाम लगा रहा।
संगठनों ने दी धरने की चेतावनी
करनाल रोड के फाटक की हालात से परेशान होकर कई संगठनों ने फाटक को जल्द ठीक न करने पर जाम लगाने की चेतावनी दी है। हुडा सेक्टर 18 वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव बिजेंदर मोर का कहना है कि सवेरे बच्चियां स्कूटी पर स्कूल जाती हैं। फाटक क्रॉस करते समय रास्ता ठीक न होने से लाइन के बीचों-बीच उनकी स्कूटी फंस जाती है।
24 घंटे के भीतर होगा फाटक ठीक
फाटक की मरम्मत कार्य की देख-रेख कर रहे इंजीनियर जे के अरोड़ा का कहना है कि करनाल रोड का फाटक दो तरफ है। जो बारी-बारी से एक तरफ से खुलता है। आधे फाटक को बंद नहीं रखा जा सकता। लोगों की शिकायत है उनके पास आ रही, लेकिन दिन के समय मरम्मत करना कठिन है। मंगलवार रात फाटक बंद कर सड़क दुरुस्त कर दी जाएगी।