कांग्रेस दिग्गजों को राहुल की नसीहत, मिलकर लड़ें चुनाव
08:32 AM Jun 27, 2024 IST
नयी दिल्ली में बुधवार को हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा से हाथ मिलाते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी।
-एएनआई
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 26 जून
चंडीगढ़, 26 जून
हरियाणा कांग्रेस की गुटबाजी पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कड़ा संज्ञान लिया है। लोकसभा चुनाव के नतीजों पर पार्टी संतुष्ट है, लेकिन अब विधानसभा चुनाव में किसी तरह की ढील नहीं छोड़ना चाहती। राहुल गांधी ने पार्टी के दिग्गज नेताओं को मिलकर चलने की हिदायत दी है। साथ ही, कहा है कि विधानसभा चुनाव मजबूती के साथ लड़ें।
राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के लिए टिकट आवंटन का फार्मूला तय कर दिया है। बैठक में कहा गया कि पार्टी के प्रति वफादार, मजबूत और जिताऊ चेहरों को ही टिकट दिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि बैठक में हरियाणा के नेताओं द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ की जा रही बयानबाजी का मुद्दा भी उठा। खड़गे और राहुल ने पार्टी नेताओं को कहा है कि वे मीडिया में ब्रीफिंग से बचें।
उन्हें साफतौर पर कहा गया है कि मीडिया में ऑन-रिकार्ड या ऑफ-रिकार्ड बातचीत करने से बचें। मीडिया में अगर किसी भी तरह की बात की जानी है या पक्ष रखना है तो यह एआईसीसी के स्तर पर किया जाएगा। इसी दौरान, लोकसभा के प्रत्याशियों ने चुनाव की बात रखनी चाही। भिवानी-महेंदगढ़ से प्रत्याशी रहे राव दान सिंह ने जब उनके यहां भितरघात की बात करने की कोशिश की तो यह कहते हुए सभी को रोक दिया गया कि लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों की ओर से कोई बात नहीं की जाएगी।
फिलहाल विधानसभा चुनाव सबसे बड़ा एजेंडा है। बैठक में पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस हरियाणा विधानसभा में करीब 70 सीटों पर जीत के साथ सरकार बनाने की स्थिति में है। लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर हुड्डा ने कहा कि मैंने पहले ही कह दिया था कि राज्य में कांग्रेस 4 से 7 सीटों पर जीत हासिल करेगी। पार्टी ने पांच संसदीय सीटों पर जीत दर्ज की है। हालांकि, इस दौरान कुछ नेताओं ने यह भी कहा कि कांग्रेस 7 से 8 सीटें भी जीत सकती थीं। बताते हैं कि बैठक में कुमारी सैलजा ने कहा कि 8 से 10 सीटों पर भी जीत सकते थे।
बैठक के दौरान हुड्डा ने जब यह बात कही कि यह उनका आखिरी चुनाव है तो इस पर राहुल गांधी ने चुटकी लेते हुए कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह भी यही कहा करते थे। बैठक में कहा गया कि अगर पार्टी के वरिष्ठ नेता इकट्ठे होकर चुनाव लड़ेंगे तो हरियाणा में पार्टी की सरकार बननी तय है। बैठक में मौजूद नेताओं को कांग्रेस का मजबूत स्तम्भ बताते हुए राहुल ने कहा कि आप सभी मिलकर चलेंगे तो किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी।
किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़कर जाने पर राहुल ने कहा कि ऐसे समय में पार्टी को छोड़कर जाने वालों के प्रति किसी भी तरह की सहानुभूति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसे पार्टी की नीति और फैसले पसंद नहीं हैं, वे भी पार्टी छोड़कर जा सकते हैं। उन्होंने हरियाणा में लोकसभा चुनाव के नतीजों पर नेताओं की पीठ थपथपाते हुए कहा कि पूरे देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन हरियाणा में रहा है। उन्होंने रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा को सबसे बड़ी जीत के लिए भी बधाई दी। बैठक में पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा ने प्रदेश की सभी बिरादरी के नेताओं व समाज को साथ लेकर चलने की वकालत की।
ये नेता रहे बैठक में मौजूद : बैठक में हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया, पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी सैलजा, रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा, हिसार सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी, सोनीपत सांसद सतपाल ब्रह्मचारी व अंबाला सांसद वरुण चौधरी के अलावा गुड़गांव प्रत्याशी राज बब्बर, फरीदाबाद प्रत्याशी महेंद्र प्रताप सिंह, करनाल प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा और भिवानी-महेंद्रगढ़ प्रत्याशी राव दान सिंह मौजूद रहे। बैठक में कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र कुमार भारद्वाज व सुरेश गुप्ता, चारों राष्ट्रीय सचिव – वीरेंद्र राठौर, आशीष दुआ, विनित पूनिया व प्रदीप नरवाल के अलावा वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव, अशोक अरोड़ा, कुलदीप शर्मा, डॉ़ रघुबीर सिंह कादियान, गीता भुक्कल, बिशनलाल सैनी, जयवीर सिंह वाल्मीकि, शकुंतला खटक, कर्नल रोहित चौधरी, आफताब अहमद सहित हरियाणा कांग्रेस के 36 नेता मौजूद रहे। राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला व कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष रामकिशन गुर्जर बाहर होने की वजह से बैठक में नहीं पहुंचे।
घोषणा-पत्र बनाने के निर्देश
बैठक में खड़गे और राहुल गांधी ने हरियाणा के नेताओं को विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा-पत्र बनाने के निर्देश दिए। उन्हें कहा गया है कि घोषणा-पत्र बनाने से पहले लोगों के बीच जाएं। विभिन्न वर्गों के लोगों से बात करें। उनसे विस्तृत रूप से चर्चा करने के बाद उन मुद्दों को घोषणा-पत्र में शामिल किया जाए। यहां बता दें कि पूर्व शिक्षा मंत्री व झज्जर विधायक गीता भुक्कल की अध्यक्षता में चुनावी घोषणा-पत्र कमेटी का गठन किया हुआ है।
संगठन का गठन अभी नहीं
बैठक में कुछ नेताओं ने राज्य में संगठन के गठन का मामला भी उठाया। इस पर हल्की-फुल्की चर्चा भी हुई, लेकिन कोई फैसला नहीं हो सका। ऐसे में कह सकते हैं कि कांग्रेस इस बार का विधानसभा चुनाव भी बिना संगठन के ही लड़ेगी। हालांकि, पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान की ओर से कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से संगठन की प्रपोजल बनाकर भेजी जा चुकी है। इस पर मल्लिका अर्जुन खड़गे ने कहा कि एकतरफा फैसला नहीं हो सकता। यानी संगठन में सभी नेताओं की पसंद-नापसंद के हिसाब से पदाधिकारियों का फैसला होगा।
शिकायत करते दिखे प्रभारी
सूत्रों का कहना है कि पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया बैठक में शिकायत करते नजर आए। दरअसल, एंटी हुड्डा खेमे के नेताओं की ओर से टिकट आवंटन के अलावा कई मुद्दों पर बाबरिया की भूमिका पर सवाल उठाए जा चुके हैं। इसी वजह से बाबरिया ने बैठक में उनके प्रति की जा रही बयानबाजी का मामला उठाया। बाद में मीडिया से बाबरिया ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में विधानसभा चुनाव की रणनीति तय की गई है। सभी नेता मिलकर चलेंगे और कांग्रेस प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
हरियाणा के किसानों और नौजवानों को भाजपा ने धोखा दिया है। आने वाले चुनाव में हमें सभी छत्तीस बिरादरी के लोगों का विश्वास हासिल करना है। भाजपा के दस वर्षों के शासन ने हरियाणा के विकास को रोक दिया है। सैकड़ों भर्ती परीक्षाओं में धांधली हुई है, किसानों पर घोर अत्याचार हुए हैं, लाठियां बरसाईं गई हैं, दलितों, पिछड़ों पर अत्याचार हुए हैं, महिलाओं पर अत्याचार हुए हैं, अपराधों में तेज़ी आई है। कुशासन के चलते हरियाणा विकास के रास्ते से भटक गया है।
-मल्लिकार्जुन खड़गे, अध्यक्ष, कांग्रेस
बैठक में सभी नेताओं को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि वे पार्टी के किसी भी मतभेद या आंतरिक मामलों के बारे में कोई भी सार्वजनिक बयान न दें। हम एकजुट होकर भाजपा का डटकर मुकाबला करेंगे।
-केसी वेणुगोपाल, कांग्रेस संगठन महासचिव
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