‘रागिनी और सांग हरियाणा की सांस्कृतिक परंपरा’
करनाल (हप्र)
जिला कांग्रेस के संयोजक तिरलोचन सिंह ने कहा कि रागिनी और सांग हरियाणा की सांस्कृतिक परंपरा हैं। इन परंपराओं के माध्यम से हमें अपने महापुरुषों और गुरुओं के जीवन दर्शन होते हैं और समाज के लिए नि:स्वार्थ होकर कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। तिरलोचन सिंह श्री सनातन धर्म शिव मंदिर सभा की ओर से रामलीला मैदान में आयोजित रागिनी कम्पीटिशन में बतौर मुख्य अतिथि लोगों को संबोधित कर रहे थे। सभा की ओर से प्रधान रमेश जिंदल, पवन बंसल, गौरव गर्ग, विजय अग्रवाल, राजन गुप्ता, प्रभात गुप्ता, संजय गोयल, विनोद भाटिया व रविंद्र बंसल ने स्मृति चिह्न भेंट कर तिरलोचन सिंह का स्वागत किया गया। तिरलोचन सिंह ने सभा के कार्यों की सराहना की और सभी को महाशिवरात्रि पर्व की बधाई दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में रागिनी करते समय कुछ कलाकार फूहड़ता और गलत शब्दों का प्रयोग करने लगे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। इससे हमारी परंपराएं खतरे में पड़ जाएंगी। इस दौरान श्री सनातन धर्म शिव मंदिर सभा के प्रधान रमेश जिंदल ने तिरलोचन सिंह और कार्यक्रम में पहुंचे लोगों का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर युवा कांग्रेस नेता अंशुल लाठर, राजिंद्र पप्पी, गगन मेहता व अनिल कांबोज मौजूद रहे।