मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

रघुबीर कादियान प्रोटेम स्पीकर, सभी विधायकों को दिलाएंगे शपथ

07:23 AM Oct 22, 2024 IST

चंडीगढ़, 21 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र शुक्रवार को होगा। सत्र की अवधि एक ही दिन रहने की उम्मीद है। दिवाली के बाद नये सिरे से सत्र बुलाया जाएगा। इसकी अवधि तीन से चार दिन हो सकती है। शुक्रवार के सत्र में सभी विधायकों के पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। विधायकों के शपथ दिलाने के लिए पूर्व स्पीकर और हरियाणा विधानसभा के सबसे वरिष्ठ विधायकों में शामिल डॉ़ रघुबीर सिंह कादियान को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है।
उनके नियुक्ति आदेश जारी किए जा चुके हैं। रघुबीर सिंह कादियान बेरी हलके से सात बार विधायक रहे हैं। इस बार उन्होंने कांग्रेस टिकट पर बेरी से जीत का सिक्सर लगाया है।
एक ही सीट से लगातार छह बार चुनाव जीतने वाले डॉ़ रघुबीर सिंह कादियान पहले विधायक हैं। वे हरियाणा सरकार में विभिन्न विभागों के मंत्री भी रहे हैं। हुड्डा सरकार के पहले कार्यकाल में रघुबीर सिंह कादियान हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। ये तीसरा मौका होगा जब वे विधायकों के शपथ दिलाएंगे।
17 अक्तूबर को नायब सरकार का गठन होने के बाद 18 अक्तूबर को कैबिनेट की पहली बैठक हुई। इस बैठक में विधानसभा सत्र को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ था। अलबत्ता कैबिनेट ने सत्र का निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को अधिकृत किया था। अब सरकार ने शुक्रवार के सत्र बुलाने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में हरियाणा सरकार की ओर से विधानसभा सचिव को पत्र लिखकर तैयारियां करने को कहा है। इस पत्र में ही डॉ. रघुबीर सिंह कादियान को एक्टिंग स्पीकर बनाने का खुलासा किया है।
पशु आहार में पीएचडी रघुबीर सिंह कादियान 16 वर्षों तक हिसार स्थित हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृिष के प्रोफेसर रहे। हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी के साथ-साथ रूसी भाषा के जानकार कादियान किसान परिवार से जुड़े हैं और समाजसेवा में उनके परिवार का अहम रोल रहा है। झज्जर के नेहरू कॉलेज के लिए भी उनके परिवार ने जमीन दान दी थी। विद्यार्थी जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे कादियान ने 1965-66 के दौरान हरियाणा छात्र संघ की स्थापना की। कई बड़े आंदोलन में सक्रिय रहे कादियान को 2004 में नई दिल्ली में ‘हरियाणा रत्न’ से सम्मानित किया गया।
थाईलैंड, मलेशिया, सिंगापुर, नाइजीरिया, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, पाकिस्तान, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, हांगकांग, स्विट्जरलैंड, इटली, जापान, चीन, कम्बोडिया, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, यूएएसए व कनाडा सहित कई देशों का दौरा कर चुके डॉ. रघुबीर सिंह कादियान पहली बार 1987 में बेरी हलके से लोकदल टिकट पर विधायक बने। इसके बाद वे चुनाव हार भी गए। बाद में उन्होंने लोकदल को अलविदा कह दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस टिकट पर पहली बार उन्होंने 2000 में बेरी से चुनाव जीता।
2000 के बाद से अभी तक हुए सभी छह चुनावों में उन्होंने जीत दर्ज की है। 2005, 2009, 2014 और 2019 के बाद इस बार भी उन्होंने बेरी से जीत हासिल की है। मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल यानी 2014 में भी उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया और उन्होंने सभी विधायकों के पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। 2019 में भी उन्हें ही प्रोटेम स्पीकर बनाया गया। इस बार भी चूंकि वे सबसे वरिष्ठ विधायक हैं, इसलिए सरकार ने उन्हें ही एक्टिंग स्पीकर नियुक्त किया है। वे शुक्रवार को सभी विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।

Advertisement

शुक्रवार को स्पीकर का चुनाव

हरियाणा विधानसभा के स्पीकर (अध्यक्ष) का चुनाव शुक्रवार को ही होगा। पहले प्रोटेम स्पीकर डॉ. रघुबीर सिंह कादियान सभी विधायकों को शपथ ग्रहण करवाएंगे। इसके बाद स्पीकर का चुनाव होगा। भाजपा 48 विधायकों के साथ पूर्ण बहुमत से सरकार में है। ऐसे में स्पीकर के चुनाव में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। माना जा रहा है कि घरौंडा से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने वाले हरविंद्र सिंह कल्याण को विधानसभा स्पीकर बनाया जा सकता है। करनाल जिला की पांचों सीटों कमल खिला है। लेकिन कैबिनेट में एक भी विधायक को शामिल नहीं किया गया। करनाल को प्रतिनिधित्व देने के लिए ही हरविंद्र सिंह कल्याण को स्पीकर बनाने की अटकलें हैं।

दिवाली के बाद फिर होगा सत्र

फिलहाल विधानसभा का सत्र एक दिन का ही होगा। दिवाली के बाद फिर से सत्र बुलाया जाएगा। इसकी अवधि दो से तीन दिन हो सकती है। दिवाली के बाद होने वाले सत्र में ही राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का अभिभाषण होगा। इस सत्र में नायब सरकार द्वारा आधा दर्जन के लगभग विधेयक भी पेश किए जाएंगे। नायब सरकार अपने पहले कार्यकाल में कई आर्डिनेंस जारी कर चुकी है। इनमें कौशल रोजगार निगम के जरिये कार्यरत कर्मचारियों को 58 वर्ष की रिटायरमेंट उम्र तक रोजगार की गारंटी तथा स्थानीय निकायों में बीसीए को आरक्षण देने के आर्डिनेंस प्रमुख हैं।

Advertisement

Advertisement