मजिस्ट्रेट जांच में एनकाउंटर पर सवाल
मुंबई, 20 जनवरी (एजेंसी)
बदलापुर स्कूल यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की हिरासत के दौरान मुठभेड़ में हुई मौत की मजिस्ट्रेट जांच में पांच पुलिसकर्मियों को जिम्मेदार ठहराया गया है। सोमवार को सीलबंद लिफाफे में यह जांच रिपोर्ट बॉम्बे हाईकोर्ट को सौंपी गयी। हाईकोर्ट शिंदे के पिता अन्ना शिंदे की याचिका पर सुनवाई कर रहा है। अन्ना शिंदे का आरोप है कि उनके बेटे को पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ में मार डाला।
जस्टिस रेवती मोहिते डेरे और जस्टिस नीला गोखले की खंडपीठ ने रिपोर्ट देखने के बाद कहा कि सरकार जांच के आधार पर मामला दर्ज करने के लिए बाध्य है। अदालत ने सरकारी वकील से कहा कि दो सप्ताह में पीठ को बताएं कि मामले की जांच कौन सी एजेंसी करेगी। इस घटना में शामिल पुलिस अधिकारियों में संजय शिंदे, नीलेश मोरे, अभिजीत मोरे, हरीश तावड़े और एक पुलिस चालक का है। मजिस्ट्रेट ने रिपोर्ट में कहा कि गाड़ी में अक्षय शिंदे के साथ मौजूद चार पुलिसकर्मी हालात को संभालने की स्थिति में थे।
अक्षय शिंदे (24) को अगस्त 2024 में बदलापुर के एक स्कूल के शौचालय में दो बच्चियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह स्कूल में अटेंडेंट था। शिंदे की 23 सितंबर को तलोजा जेल से पूछताछ के लिए ले जाते समय कथित पुलिस गोलीबारी में मौत हो गयी थी। पुलिस ने दावा किया कि उसने वाहन में मौजूद एक पुलिसकर्मी की बंदूक छीन ली, गोली चलाई और जवाबी गोलीबारी में वह मारा गया।