सरकारी कन्यादान योजना पर सवाल, सालभर बाद भी नहीं मिली राशि
जसमेर मलिक/ हप्र
जींद, 7 अप्रैल
जींद की अलेवा तहसील के बिघाना गांव की तारो देवी के लिए सरकारी कन्यादान योजना दूर की कौड़ी साबित हो रही है। तारो देवी अपनी बेटी की शादी पर सरकार से मिलने वाली कन्यादान राशि के लिए एक साल से भी ज्यादा समय से एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर तक भटक रही है। इसके बावजूद उन्हें यह राशि नहीं मिल रही। सरकार गरीब घर की बेटी की शादी पर अपनी तरफ से डेढ़ लाख रुपए की राशि कन्यादान के रूप में देती है। इसके लिए जिला कल्याण अधिकारी दफ्तर में आवेदन करना होता है। प्रदेश की भाजपा सरकार इस योजना को ‘गरीब की बेटी हमारी बेटी’ के नाम से प्रचारित कर रही है। तारो देवी ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी कुसुम की शादी 20 दिसंबर 2023 को की थी। शादी के तुरंत बाद उसने विभाग के पास आवेदन कर दिया था। लेकिन विभाग ने उसका आवेदन रद्द कर दिया। उसने बेटी की शादी का पंजीकरण भी 6 मार्च 2024 को करवाकर विभाग को कागजात भेज दिए, मगर विभाग ने 18 मार्च 2024 को उसका आवेदन एक बार फिर रद्द कर दिया। तब से तारो देवी अपनी बेटी की शादी पर मिलने वाली कन्यादान राशि के भुगतान के लिए कभी अलेवा के तहसील कार्यालय तो कभी जींद के जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय के चक्कर काट रही है। सोमवार को तारो देवी शिकायत लेकर एडीसी विवेक आर्य के सामने समाधान शिविर में पहुंची और कन्यादान राशि का भुगतान करवाने की गुहार लगाई। एडीसी ने जिला कल्याण अधिकारी के पास तारो देवी की शिकायत समाधान की खातिर भेजी है।
सरकार को दोबारा भेजा है आवेदन : अधिकारी
जिला कल्याण अधिकारी नरेंद्र सिंह ने कहा कि तारो देवी ने अपने आवेदन के साथ बेटी की शादी की फोटो नहीं लगाई थी। इस कारण अलेवा के तहसीलदार ने उसका आवेदन रद्द कर दिया। तारो देवी से फोटो मंगवाकर आवेदन दोबारा विभाग के पंचकूला स्थित मुख्यालय को भिजवाया है। मुख्यालय ने ऐसे सभी आवेदन दोबारा मंगवाए हैं, जो किसी कारण से रद्द हो गए थे। उम्मीद है आवेदन स्वीकार हो जाएगा।