PVC पाइप से पशुओं व इंसानों में बढ़ रही नपुंसकता, आदित्य देवीलाल ने विधानसभा में उठाया मुद्दा
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 13 मार्च
Haryana Vidhan Sabha Session: जलापूर्ति के लिए इस्तेमाल की जा रही पीसीपी पाइप से ट्यूमर, किडनी, लीवर, कैंसर, त्वजा जैसी गंभीर बीमारियां ही नहीं फैल रही बल्कि पशुओं व इंसानों में नसुंपकता भी बढ़ रही है। डबवाली से इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि इस समस्या को सरकार गंभीरता से ले। पब्लिक हेल्थ मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने अपने जवाब में कहा कि विभाग द्वारा पीवीसी पाइप का इस्तेमाल नहीं किया जाता।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अवैध तरीके से पानी कनेक्शन लेने व पानी का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए फिलहाल कोई कानून नहीं है। सरकार ने कानून बनाने का फैसला लिया है। जल्द ही विभाग ऐसा कानून बनाएगा ताकि ऐसे लोगों से निपटा जा सके। गंगवा ने कहा कि सरकार ने जल जीवन मिशन यानी जल से हर घर तक जल के दायरे का भी विस्तार करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि अभी तक 100 सदस्यों या 20 परिवार तक और इससे अधिक की ढाणियों में ही पानी के कनेक्शन दिए जाने के नियम थे। हरियाणा में इससे कम आबादी वाली ढाणियों तक भी पानी पहुंचाने के लिए सरकार योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि 2019-20 में करवाए गए घरेलू सर्वेक्षण के तहत 6 अप्रैल, 2022 तक 30 लाख 41 हजार घरों को जल जीवन मिशन के तहत कवर किया गया। इस योजना पर सरकार ने 3 हजार 789 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में अब प्रदेश गांव और बड़ी ढाणियों में जल से नल पहुंचाया जा रहा है। आदित्य देवीलाल ने कहा कि विभाग खुद तो डीआई पाइप इस्तेमाल करता है लेकिन बड़ी संख्या में पीवीसी पाइपों का इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा कि पीवीसी पाइप का इस्तेमाल करने वाली पंचायतों व पंचायत समिति के बिल रोकने चाहिएं। स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने आदित्य द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दे को गंभीर बताते हुए कहा कि बाद में इस पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए।