अपराधियों को पीड़ितों के बराबर रखना स्वीकार नहीं
नयी दिल्ली, 7 जून (एजेंसी)
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी के साथ व्यापक वार्ता के दौरान शनिवार को कहा कि भारत अपने सहयोगी देशों से यह अपेक्षा करता है कि वे आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की हमारी नीति को समझें। उन्होंने कहा कि ‘अपराध करने वालों’ को पीड़ितों के समकक्ष रखने को भारत कभी भी स्वीकार नहीं करेगा।
भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के बाद कई देशों द्वारा दोनों को एक ही तराजू पर तौलने की पुष्ठभूमि में जयशंकर की यह टिप्पणी वैश्विक समुदाय को स्पष्ट संदेश देने का प्रयास प्रतीत होती है।
ब्रिटिश विदेश मंत्री लैमी दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर आज सुबह नयी दिल्ली पहुंचे। जयशंकर के साथ वार्ता करने से पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। लैमी के साथ बैठक के दौरान अपने संबोधन में जयशंकर ने पहलगाम में बर्बर आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करने के लिए ब्रिटेन का आभार व्यक्त किया।
जयशंकर ने हाल में हुए भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते और दोहरे अंशदान समझौते को मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि यह न केवल हमारे द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देगा, बल्कि हमारे संबंधों के अन्य रणनीतिक पहलुओं पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। एक बयान में लैमी के हवाले से कहा गया, ‘हम एक नये वैश्विक युग के लिए भारत के साथ एक आधुनिक साझेदारी का निर्माण कर रहे हैं। हम विकास में बढ़ोतरी, नयी प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने, जलवायु संकट से निपटने, हमारी प्रवास प्राथमिकताओं को पूरा करने और अपने लोगों के लिए अधिक सुरक्षा प्रदान करने के मुद्दों, संबंधों को ज्यादा मजबूत बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहते हैं।’