केंद्र की योजनाओं पर अपना ठप्पा, यही है बजट का सार : रतन सिंह पाल
बीबीएन, 19 फरवरी (निस)
सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए शायराना अन्दाज में भाजपा जिलाध्यक्ष रतन सिंह पाल ने तंज कसा कि ‘दिखा रहा है ख्वाब महलों का, खरीद के खिलौना जो दे नहीं सकता’। पाल ने कहा कि दिन-रात प्रदेश के खाली खजाने की दुहाई देने वालों द्वारा प्रस्तुत किया गया बजट कहीं प्रदेश के इतिहास में मात्र घोषणाओं का बजट बनकर ही न रह जाये। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं पर अपना ठप्पा लगाकर उसे नया नाम देकर प्रदेश में लागू करने की घोषणा और बिना किसी धन आवंटन के जनता को खूबसूरत घोषणाओं के सब्ज़बाग दिखाना केवल यही मात्र प्रदेश सरकार के बजट का सार है। पाल ने कहा कि सत्ता में आते ही जिस सरकार ने सैंकड़ो शिक्षण संस्थान ही बंद कर दिए, अब वही पढ़ो हिमाचल की घोषणा कर रही है। बच्चों को पढ़ने के लिए दूर न जाना पड़े इसलिए शिक्षण संस्थान खोले गए थे जिनको इस सरकार ने यह कह कर बंद कर दिया था कि खज़ाना खाली है और अब वही बोल रहे हैं कि स्कूल आने जाने की व्यवस्था करेंगे। सत्ता सम्भालने के बाद हजारों का रोजगार छीन लिया और अब बोल रहे हैं नौकरी देंगे। पाल ने कहा जब कांग्रेस सत्ता में आई तो आते ही भाजपा सरकार द्वारा चलाई गई जनकल्याण की योजनाओं को बंद कर दिया अब चुनाव सामने देख उन्हीं योजनाओं को नया नाम देकर आक्रोशित जनता को शांत करने का प्रयास कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव सामने देखकर अब वही सरकार लुभावने सब्ज़बाग बजट में दिखाने का प्रयास कर रही है जो पिछले 1 वर्ष से खजाना खाली होने की दुहाई दे रही थी। पाल ने कहा कि पिछले वर्ष के बजट में की गई घोषणाओं को सरकार पूरा नहीं कर पाई और इस बार के बजट में पिछले बजट में की गई ज़्यादातर घोषणाओं को ही दोहराया गया है। बजट में भी सरकार ने बेरोज़गार युवाओं, महिलाओं, किसानों से लेकर बाग़वानों तक को निराश किया है।