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पंजाबी यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस विभाग ने वापस लिया पंजाबी न पढ़ाने का फैसला

07:41 AM Aug 12, 2024 IST

संगरूर, 11 अगस्त (निस)
पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के कंप्यूटर साइंस विभाग ने एकेडमिक काउंसिल के फैसले के खिलाफ जाकर बीसीए भाग दो के तीसरे और चौथे सेमेस्टर में पंजाबी नहीं पढ़ाने का फैसला वापस ले लिया है। 7 जुलाई, 2023 को अकादमिक परिषद की एक महत्वपूर्ण बैठक में पंजाबी भाषा को तीन वर्षों में अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाने का निर्णय लिया गया। इसी तरह, बीकॉम, बीवीएसी, बीएमएम और पांच वर्षीय कानून पाठ्यक्रम सहित स्नातकोत्तर में पढ़ाई जाने वाली पंजाबी की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया। एकेडमिक काउंसिल के फैसले सभी कोर्सों में लागू हो गए थे, लेकिन कंप्यूटर साइंस विभाग परोक्ष रूप से पंजाबी भाषा पढ़ाने से इनकार कर रहा था। अब उक्त विभाग में पंजाबी पढ़ाने का फैसला स्पष्ट रूप से वेबसाइट पर पोस्ट कर दिया है।
विद्वान सरबजीत सिंह ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर अपनी नजर रखनी चाहिए और पंजाब में जो लोग पंजाबी विरोधी काम कर रहे हैं, उन्हें सख्त सजा देनी चाहिए। उन्होंने पंजाब सरकार से भी मांग की कि सरकारी शिक्षण संस्थानों की तरह पंजाब में चल रहे 18 निजी विश्वविद्यालयों को भी निर्देश जारी कर यह सुनिश्चित किया जाए कि स्नातक स्तर पर पंजाबी पढ़ाना अनिवार्य हो। पंजाबी भाषा समन्वय समिति जल्द ही इस मुद्दे और पंजाबी भाषा से संबंधित मुद्दों पर अगले कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करेगी।

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