लखमड़ी मेले में पंजाबी गायक गुलाब सिद्धू और अर्जन ढिल्लों बांधेंगे समा
बाबैन, 17 अक्तूबर (निस)
लखमड़ी में मीर बाबा पीर की मजार पर आगामी 22 और 23 अक्तूबर को विशाल मेले का आयोजन किया जा रहा। मेले में झूले, हरियाणवी सांग, कुश्ती, महिला कबड्डी, प्रसिद्ध पंजाबी गायकों के द्वारा प्रस्तुति देकर जहां समा बांधा जाएगा, वहीं हरियाणवी संस्कृति और भाईचारे की मिसाल को आने वाली पीढ़ी से रूबरू करवाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे।
उपरोक्त जानकारी देते हुए संगरूर (पंजाब) में कार्यरत पुलिस अधीक्षक नवरीत सिंह विर्क ने मेला कमेटी के साथ मेले स्थान का निरीक्षण करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष मेला नयी ख्याति प्राप्त कर रहा है और क्षेत्र ही नहीं अपितु प्रदेश के कोने-कोने से मेले में लोग पहुंचते हैं। इस अवसर पर शमशेर जीत सिंह विर्क, सरपंच सतपाल सिंह, जसविंदर ढिल्लो, राजा विर्क, गुरदीप सिंह विर्क मंगोली, हरिंदरदीप सिंह विर्क, परमिंदर सिंह, हरविंदर संधू, संजीव प्रधान, जगदीश प्रधान सुरजीत कश्यप, राजा विर्क, गुरमेज सिंह, जितेंद्र जिंदल, शिव कुमार सैनी, शिव चरण सिंह, सुरजीत सैनी, बाबू सिंह, रूलदा राम कश्यप, बंसल चहल, गुरदयाल सिंह इत्यादि उपस्थित रहे।
पुलिस अधीक्षक नवरीत सिंह विर्क ने जानकारी देते हुए बताया मेले में 22 अक्तूबर को हरियाणवी गायिका दीपा चौधरी अपनी प्रस्तुति देंगी, वहीं 23 अक्तूबर को प्रसिद्ध पंजाबी गायक गुलाब सिद्धू और अर्जन ढिल्लों अपनी आवाज का जादू बिखेरेंगे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मेले में कुश्ती प्रतियोगिता को देखने के लिए दूर-दराज से लोग पहुंचते हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए नामी अखाड़ों के पहलवानों को आमंत्रित किया गया है।
उन्होंने बताया कि कुश्ती में झंडी वाली कुश्ती सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है, जिसके लिए मोटरसाइकिल का इनाम रखा गया और कुश्ती में प्रथम पहलवान को इस इनाम से नवाजा जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने आग्रह भी किया है कि बिना बुलाए पहलवान कुश्ती में ना आएं क्योंकि उनकी कुश्ती नहीं करवाई जायेगी।