गुरुग्राम में कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद पर पंजाबी नेता की दावेदारी
विवेक बंसल/निस
गुरुग्राम, 6 अगस्त
हरियाणा में कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रदेश अध्यक्ष समेत 4 कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति करने के बाद अब प्रदेश के सभी जिलों में संगठन तैयार करने की प्रक्रिया तेज हो गई है।
प्रशिक्षण शिविर में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की ओर से 20 अगस्त तक जिला अध्यक्षों की नियुक्ति का संकेत दिए जाने के बाद जिला अध्यक्षों के लिए जोड़-तोड़ जारी है। बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में कई जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जा सकती है, साथ ही कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति भी हो सकती है।
गुरुग्राम पूर्व विधायक चौधरी धर्मवीर गाबा का कार्यक्षेत्र रहा है, उनका न केवल पंजाबी समुदाय में वर्चस्व था बल्कि वे अन्य समाज के लोगों में भी अपनी पहचान रखते थे। धर्मवीर गाबा अब सक्रिय राजनीति में नहीं हैं, लेकिन कांग्रेस में हैं। पार्टी दिवंगत राव धर्मपाल के साथ जुड़े वोट बैंक को भी अपने साथ रखना चाहती है। यही कारण है कि जिले में जिला अध्यक्ष पद पंजाबी समुदाय और ग्रामीण अहीर नेता को देने की संभावना है। पहले भी राव धर्मपाल के पुत्र सुरेंद्र यादव बिल्लू को ग्रामीण जिला अध्यक्ष बनाया गया था, इस बार भी उनका नाम आगे चल रहा है। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस में जो सक्रियता दिखाई दी है, उसमें कांग्रेस के युवा नेता पंकज डाबर का नाम काफी आगे रहा है।
वैसे तो विपिन खन्ना का नाम भी चल रहा है, लेकिन उनकी उम्र ज्यादा होने के कारण उनके नाम पर गंभीरता नहीं दिख रही। जिले की सक्रिय राजनीति में खन्ना कहीं दिखाई नहीं देते।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि कांग्रेस पार्टी की ओर से किसी पंजाबी नेता को जिला अध्यक्ष बनाने में कोई मजबूरी हो, कांग्रेस को अगर आगे बढ़ना है तो अब उसे अंदरूनी विवादों से उठकर सोचना होगा और यहां के पंजाबी समुदाय को खुश करने के लिए किसी स्वच्छ छवि के नेता को जिला अध्यक्ष बनाना होगा।