पंजाबी सिनेमा को विश्व पटल पर मिलेगी पहचान : गिरिजा शंकर
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 7 अप्रैल (हप्र)
पंजाबी सिनेमा को मिलेगी विश्व पटल पर पहचान मिलेगी। पंजाबी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल लॉस एंजिल्स ‘पिफ़्ला’ में पंजाबी सिनेमा की विरासती झलक देखने को मिलेगी। वरिष्ठ अभिनेता और सांस्कृतिक प्रवर्तक गिरिजा शंकर ने पंजाबी सिनेमा, कला और संगीत को वैश्विक मंच पर लाने के लिए इस नई पहल की अगुवाई कर रहे हैं। सोमवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में गिरजा शंकर ने बताया कि यह वार्षिक उत्सव हॉलीवुड के केंद्र में पंजाबी संस्कृति का उत्सव है, जिसका उद्देश्य है पश्चिमी दर्शकों के साथ पंजाबी विरासत की समृद्ध परंपराओं को साझा करना। उन्होंने आगे बताया कि पिफ़्ला हॉलीवुड न केवल पंजाबी और उत्तर भारतीय समुदाय की रचनात्मक प्रतिभा को मंच देता है, बल्कि दुनियाभर के कलाकारों को हॉलीवुड के साथ सहयोग का अवसर भी प्रदान करता है। यह उत्सव फीचर फिल्म, डॉक्यूमेंट्री और शॉर्ट फिल्म्स के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान करता है - जैसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म, निर्देशक, अभिनेता, संगीतकार व गायक आदि।
इस फेस्टिवल के माध्यम से गिरिजा शंकर युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कहानियां कहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं - ताकि पंजाबी सिनेमा सिर्फ क्षेत्रीय नहीं, बल्कि वैश्विक पहचान बना सके।
उन्होंने कहा कि पटियाला पंजाब में पर्याप्त थिएटर करने के बाद वो मुंबई गये। थिएटर करते समय, टेलीविजन में काम करने का मौका मिला और बुनियाद नामक धारावाहिक में काम किया, जिसे विश्व प्रसिद्ध निर्देशक रमेश सिप्पी ने निर्देशित किया था। उसके बाद महाभारत में धृतराष्ट्र की भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि विदेश में हमारे पंजाबी सिनेमा और संगीत और लोक कलाओं को अमेरिका, कनाडा, यूरोप और दुनिया के अन्य हिस्सों जैसे पश्चिम द्वारा देखा और सराहा जाना चाहिए, इसलिए मैंने पंजाबी अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, लॉस एंजिल्स की स्थापना की।