पंजाब विवि सीनेट चुनाव : गोयल ग्रुप को तीन और सीटें मिली
जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 12 अगस्त
पंजाब विश्वविद्यालय सीनेट के दूसरे चरण में भी नवदीप गोयल ग्रुप को अच्छी-खासी जीत मिली है और भाजपा खेमे के हाथ खाली रह गये हैं। अब तक गोयल ग्रुप को 10 में से 7 सीटें मिल चुकी हैं जबकि भाजपा के खाते में दो ही सीट आयी हैं। दूसरे चरण के परिणाम आज घोषित कर दिये गये। प्रोफेसर कांस्टीचुएंसी से साइंस से प्रो. रजत संधीर सीनेटर चुन लिये गये हैं जबकि आर्ट्स से प्रो. जतिंदर ग्रोवर भी फेलो चुन लिये गये हैं। एसोसिएट/असिस्टेंट प्रोफेसर कांस्टीचुएंसी से प्रवीण गोयल और दिनेश कुमार सीनेटर चुन लिये गये हैं। डॉ. दिनेश कुमार किसी ग्रुप से नहीं बल्कि आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े थे। प्रोफेसरों में रजत संधीर को साइंस से 54 मत मिले जबकि आर्ट्स से चुनाव लड़े जतिंदर ग्रोवर को 94 वोट मिले। प्रो. संजय कौशिक को 91, प्रो. अक्षय कुमार को 62, एमसी सिद्धू को 15, सुकेश शर्मा 3 वोट मिले। एसोसिएट प्रोफेसर में साइंस से प्रवीण गोयल (136) ने डॉ. सुमन मोर (40) को हराया। दिनेश कुमार (116) ने अजय रंगा (97) को शिकस्त दी। नवरीत कौर को 27, सिमरजीत सिहोत्रा को 8, प्रवीण कुमार को 67 वोट मिले। प्रोफेसर और एसोसिएट व असिस्टेंट प्रोफेसर कांस्टीचुएंसी की 2-2 सीटों के लिये मंगलवार को मतदान हुआ था। कैंपस की कुल 10 सीटें हैं, इन चार सीटों के अलावा 6 सीट फैकल्टी की हैं जिनके लिये मतदान अंतिम चरण यानी 23 अगस्त को होना है। पहले चरण में भाजपा ग्रुप को एक प्रिंसिपल नीतू ओहरी व एक स्टाफ डॉ. नीरू मलिक की सीट मिली है जबकि नवदीप गोयल ग्रुप को कुल 4 सीटें हासिल हुई हैं।
एफिलिएटिड कालेजों की 16 सीटों पर डलेंगे वोट
अब अगले चरण के लिये मतदान 18 अगस्त को होना है जिसमें कुल 16 सीटों पर चुनाव होगा। पीयू के एफिलिएटिड कालेजों के प्रिंसिपल और स्टाफ की 8-8 सीटों पर मतदान होना है। प्रिंसिपल की 8 सीटों के लिये 11 उम्मीदवार मैदान में हैं और कुल वोटर 55 हैं। एसोसिएट/असिस्टेंट प्रोफेसर की भी 8 सीटों के लिये 15 प्रत्याशी खड़े हैं जिनके भाग्य का फैसला 2423 मतदाता करेंगे।
रजिस्टर्ड ग्रेजुएट के चुनाव को लेकर असमंजस
वैसे तो 18 अगस्त को ही रजिस्टर्ड ग्रेजुएट कांस्टीचुएंसी की 15 सीटों के लिये भी मतदान होना है लेकिन पीयू प्रशासन ने कोर्ट को इसे री-शेड्यूल के लिये कहा है। इसी के चलते रजिस्टर्ड ग्रेजुएट कांस्टीचुएंसी की 15 सीटों के चुनाव को लेकर एक बार फिर असमंजस का माहौल है। पीयू ने हाईकोर्ट में दिये जवाब में कहा है कि पहले से घोषित कार्यक्रम के मुताबिक रजिस्टर्ड ग्रेजुएट कांस्टीचुएंसी का चुनाव सम्पन्न करा पाना संभव नहीं होगा क्योंकि कई राज्यों के सेंटर से अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है। हालांकि कोर्ट ने री-शेड्यूल करने की छूट तो दी है मगर साथ ही पूछा भी है कि क्या ये उसके बूते से बाहर की बात है? पीयू ने तो फैकल्टी चुनाव कराने में भी सचिव न होने का बहाना बनाया मगर कोर्ट ने कहा कि अगर वे नहीं करा सकते तो कोर्ट खुद करा लेगा जिस पर उन्होंने 23 को होने वाले फैकल्टी चुनाव समय पर ही कराने की बात कही। ग्रेजुएट कांस्टीचुएंसी की 15 सीटों के लिये कुल 43 प्रत्याशी ताल ठोक रहे हैं जिनके भाग्य का फैसला 3.61 लाख से अधिक वोटर करेंगे।