Punjab News : पंजाब पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सेवा केंद्र के नाम पर चल रहे अवैध नशा छुड़ाओ केंद्र पर मारा छापेमारी
अबोहर, 27 मार्च (दविंद्र पाल/निस)
Punjab News : एक ओर तो पंजाब सरकार द्वारा ‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ अभियान चलाकर लोगों को नशों से दूर रहने और नशेडिय़ों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाही करने के निर्देश जारी किए गए हैं वहीं दूसरी ओर कुछ नकली नशा छुड़ाओ केन्द्र भी अपनी दुकानदारी चला रहे हैं।
ऐसे ही एक अवैध नशा छुड़ाओ केन्द्र का खुलासा थाना नं. 2 की पुलिस ने किया है। जहां पर कई युवाओं को अवैध तरीके से रखा गया था। पुलिस ने केन्द्र को सील करते हुए संचालक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी। पता चला है कि इस केन्द्र में 30 से 35 युवा अपनी मर्जी से ही रह रहे थे। इस अवैध नशा छुड़ाओ केन्द्र का पता उस समय चला जब पिछले तीन दिनों से लापता मुक्तसर निवासी एक लडक़े को ढूंढते हुए उसके परिजन यहां पहुंचे।
इस बारे में प्राप्त जानकारी के अनुसार मुक्तसर के गांव रामनगर निवासी मनजिंदर सिंह ने बताया कि उसका छोटा भाई जसविंदर सिंह जो कि अपनी पत्नी के साथ अबोहर के गांव जंडवाला में रहता था और नशा करने का भी आदी है। उन्होंने बताया कि तीन दिन पूर्व मामूली कहासुनी के बाद जसविंद्र सिंह अचानक लापता हो गया, जिसके बाद उन्होंने उसकी तलाश शुरू कर दी। मनजिंद्र सिंह ने बताया कि अपने भाई की तलाश करते हुए उन्होंने काफी लोगों से बातचीत की जिसमें उन्हें पता चला कि उसका भाई जसविंद्र अबोहर के सुभाष नगर स्थित एक नशा छुड़ाओ केन्द्र में रह रहा है।
उसने यह भी आरोप लगाया कि जब उसने संबंधित नशा छुड़ाओ केन्द्र के संचालक से फोन पर बात करके अपने भाई जसविंद्र सिंह से बात करवाने को कहा तो उसने जसविंद्र सिंह से बात करवाने से इंकार कर दिया। जिस पर उसने थाना नं. 2 की पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही जब पुलिस ने उक्त नशा छुड़ाओ केन्द्र में छापेमारी की तो उसका लापता भाई जसविंद्र सिंह वहां से बरामद हो गया।
बिना डाक्टर के चल रहे नशा छुड़ाओ केन्द्र के संचालक से पूछताछ जारी-थाना प्रभारी
इधर थाना नं. 2 की प्रभारी मैडम प्रोमिला सिद्धू ने बताया कि आज उन्हें सुभाष नगर में अवैध तरीके से नशा छुडाओ केन्द्र चलाए जाने की सूचना मिली। जिस पर वे पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंची और जब संबंधित स्थान की जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि कतिथ नशा छुड़ाओ केन्द्र में न तो कोई डाक्टर था और न ही इसका कोई रजिस्ट्रेशन नंबर है। उन्होंने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन के नशा छुड़ाओ केन्द्र चलाना पूरी तरह से गैर कानूनी है। फिर भी संचालक नरिंद्र सिंह पूछताछ करते हुए मामले की गहनता से जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामले की पूरी तरह से जांच पड़ताल के बाद ही इसके लिखफ बनती कार्रवाई की जाएगी।
सेवा के माध्यम से बिना दवाई छुड़ाते हैं युवाओं का नशा-संचालक
इधर कतिथ नशा छुड़ाओ केन्द्र के संचालक नरिन्द्र सिंह का कहना है कि वे कोई नशा छुड़ाओ केन्द्र नहीं चलाते बल्कि वे तो संस्था के माध्यम से सेवा केन्द्र का संचालन करते हैं जिसमें बाबा अवतार सिंह का उन्हे पूरा सहयोग मिलता है। नरिंद्र सिंह ने बताया कि उनके सेवा केन्द्र में किसी को जबरन नहीं रखा जाता बल्कि नशा पीडितों को इस सेवा केन्द्र में आने से आराम मिलता है और बिना दवाओं के ही वे सही हो रहे हैं। नरिंद्र सिंह ने बताया कि यहां आने वाले नशा पीडि़त युवाओं को पाठ करवाया जाता है जिससे वे नशों से दूर होने लगते हैं और नशा पीडि़त अपनी मर्जी से ही यहां आकर भर्ती होते हैं। जिन्हें कोई दवाई नहीं दी जाती।