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Punjab Farmers Protest: सीएम मान के आश्वासन के बाद किसानों व आढ़तियों का विरोध प्रदर्शन समाप्त

07:46 PM Oct 19, 2024 IST

चंडीगढ़, 19 अक्तूबर (ट्रिन्यू)

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Punjab Farmers Protest: पंजाब में धान खरीद संकट के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान के आश्वासन के बाद किसानों, कमीशन एजेंटों और चावल मिल मालिकों ने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया है। यह प्रदर्शन धान खरीद में सुस्ती और मंडियों में बढ़ते धान के ढेर के खिलाफ किया गया था। मुख्यमंत्री ने विभिन्न यूनियनों और एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों को प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा।

शनिवार को किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेतृत्व वाले मोर्चे की बैठक के बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त करने की घोषणा की। इससे पहले, किसान भवन में विभिन्न यूनियनों के प्रतिनिधियों ने दो घंटे तक चर्चा की, जिसमें प्रदर्शन की दिशा तय की गई थी।

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राज्य में इस समय धान की खरीद काफी धीमी चल रही है। अब तक मंडियों में 18.31 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) धान पहुंचा है, लेकिन केवल 2.62 एलएमटी का ही उठाव हो पाया है। मंडियों में धान की बढ़ती मात्रा को देखते हुए राज्य में खरीद की गति को लेकर चिंता जताई जा रही है। राज्य सरकार ने भी इस समस्या के समाधान के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारूचक ने इसका दोष केंद्र सरकार पर मढ़ते हुए कहा कि धान खरीद में आ रही बाधाएं केंद्र की पक्षपातपूर्ण नीतियों के कारण उत्पन्न हो रही हैं।

कटारूचक ने बताया कि राज्य सरकार खाद्यान्न भंडारण की समस्या को हल करने के लिए एफसीआई अधिकारियों के साथ संपर्क में है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अब तक 9.50 एलएमटी अनाज को गोदामों से बाहर भेजा जा चुका है और इस महीने के अंत तक 13 एलएमटी अनाज बाहर भेजे जाने की योजना है।

राज्य सरकार का ‘प्लान बी’

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बैठक के दौरान कहा कि पंजाब सरकार धान मिलिंग के लिए एक वैकल्पिक योजना ‘प्लान बी’ पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान, किसानी और मिल मालिक पंजाब की खाद्यान्न उत्पादन श्रृंखला के महत्वपूर्ण हिस्से हैं, और राज्य सरकार इस कड़ी को टूटने नहीं देगी।

मान ने धान खरीद की सुचारू प्रक्रिया पर जोर देते हुए कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि किसानों की फसल मंडियों में आते ही खरीदी जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की धान में मिलावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस साल पंजाब में 185 लाख मीट्रिक टन धान की आवक का अनुमान है, जिसके लिए 2651 मंडियां स्थापित की गई हैं। अब तक 16.37 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है और किसानों को 3000 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है।

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