पंजाब ने खरीदे 66,000 टीके
चंडीगढ़, 7 अगस्त (एजेंसी)
पंजाब सरकार ने राज्य में मवेशियों में लंपी त्वचा रोग के प्रसार की रोकथाम के लिए हैदराबाद से बकरी के चेचक के टीके की 66,000 से अधिक खुराकें खरीदी हैं। पंजाब के पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी विकास मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने रविवार को कहा कि यह टीके स्वस्थ पशुओं को निशुल्क लगाए जाएंगे। लंपी त्वचा रोग कैप्रीपोक्स वायरस के कारण होता है, जो गायों और भैंसों को संक्रमित करता है। संक्रमण के चलते जानवर का वजन घटने लगता है। दूध की मात्रा कम होने के साथ-साथ बुखार और मुंह में घाव हो सकते हैं। कुछ मामलों में इसके कारण रोगग्रस्त पशुओं की मौत भी हो जाती है। पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, गुजरात और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह इस बीमारी के प्रकोप की चपेट में हैं। शनिवार तक के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में पिछले एक महीने में लंपी त्वचा रोग के कारण 400 से अधिक मवेशियों की मौत हो चुकी है और लगभग 20,000 संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें ज्यादातर गाय हैं। भुल्लर ने रविवार को खेमकरन निर्वाचन क्षेत्र के कुछ डेयरी फार्म का दौरा करने के बाद कहा कि विशेष रूप से हैदराबाद से मंगवाये गए बकरी के चेचक के टीके राज्य के सभी जिलों में भेजे गए हैं और डॉक्टरों ने इनकी खुराक देना शुरू कर दिया है। मंत्री ने कहा कि उनके विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार विभागों के संपर्क में हैं कि टीके की खुराक की कोई कमी नहीं हो।
राघव चड्ढा ने संसद में उठाये जाने वाले मुद्दों पर लोगों से मांगा फीडबैक
आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा ने रविवार को पंजाब के लोगों से पूछा कि किन मुद्दों को संसद में उठाया जाना चाहिए। राज्यसभा सदस्य चड्ढा ने कहा कि वह लोगों के कल्याण के लिए काम करने की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के उनके समकक्ष भगवंत मान की दृढ़ प्रतिबद्धता से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि लोग 9910944444 पर अपने सुझाव या फीडबैक देकर उन मुद्दों के बारे में बता सकते हैं, जिन्हें उनकी नजर में संसद में उठाया जाना चाहिए। चड्ढा ने कहा कि वे इस नंबर पर व्हाट्सएप के जरिए वीडियो या दस्तावेज भी भेज सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘इस पहल का उद्देश्य तीन करोड़ पंजाबियों की चिंताओं को दूर करना और सुझाव लेना है, जिनकी आवाज शायद ही कभी संसद में सुनी जाती है। इसके माध्यम से, लोग सीधे मुझसे संपर्क कर सकते हैं। मैं वह माध्यम बनूंगा जिसके जरिए पंजाब के लोग अपनी चिंताओं को प्रकट कर सकते हैं। मैं इस हेल्पलाइन पर प्राप्त होने वाले हर सुझाव पर विचार करने का संकल्प लेता हूं।’ चड्ढा ने इससे पहले देश में ईंधन की बढ़ती कीमतों, पंजाब के गिरते भूजल स्तर और सरकार की ‘किसान विरोधी’ नीतियों से संबंधित मुद्दों को संसद में उठाया था।