Punjab Assembly by-election: आप में बगावती सुर, बरनाला योजना बोर्ड के चेयरमैन बाठ ने छोड़ा पद
रविंदर शर्मा/निस, 22 अक्तूबर, बरनाला
Punjab Assembly by-election: बरनाला विधानसभा उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी की तरफ से हरिंदर धालीवाल को टिकट देने के विरोध में जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन गुरदीप सिंह बाठ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बाठ पार्टी के जिला अध्यक्ष भी हैं। हालांकि अभी उन्होंने इस पद से इस्तीफा नहीं दिया है। बाठ ने बरनाला सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया है।
बता दें, बाठ 2018 से पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं और जिला अध्यक्ष हैं। पूरे पंजाब में बाठ लगातार तीन बार अध्यक्ष बने। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस बारे में पोस्ट भी शेयर की है, जिसमें उन्होंने चेयरमैन पद छोड़ने का ऐलान किया।
सोमवार को बाठ ने टिकट वितरण के फैसले को गलत बताते आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और सीएम पंजाब भगंवत मान को इस फैसले को रद्द करने को कहा था। उन्होंने 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। इसके खत्म होते ही बरनाला सीट पर गुरदीप सिंह बाठ ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है।
हरिंदर सिंह धालीवाल को टिकट देने से नाराज होकर बाठ ने यह फैसला किया है। बाठ ने कहा कि वह काफी साल से आप के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने न दिन देखा न रात पार्टी के लिए दिन-रात एक कर दिया। उनकी सेवा में क्या कमी रह गई थी जो उनको टिकट नहीं दी गई।
उन्होंने कहा कि गुजरात, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में जहां भी पार्टी की तरफ से उनकी ड्यूटी लगाई गई उन्होंने वह पूरी निष्ठा से निभाई। इस बार सीएम ने उनको बरनाला से चुनाव लड़वाने का आश्वासन दिया था। जब टिकट देने का मौका आया तो सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर के दोस्त को टिकट दे दी गई।
छह साल से पार्टी में काम कर रहे बाठ
बता दें कि गुरदीप सिंह बाठ 2018 से पार्टी के जिला अध्यक्ष हैं। रविवार को उन्होंने पार्टी को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर पार्टी ने अपना फैसला नहीं बदला तो वो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। बाठ ने कहा था कि अगर उनको टिकट नहीं देनी थी तो पार्टी के ही किसी कार्यकर्ता को दे दिया जाता, लेकिन हरिंदर धालीवाल को किस आधार पर टिकट दिया गया। यह मेरी समझ से बाहर है। उन्होंने कहा था कि किसी पुराने कार्यकर्ता को ही उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए था। बाठ ने कहा कि वह पिछले 6 साल से आप के जिलाध्यक्ष हैं। उनको जिला योजना समिति का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था।