पीयू सीनेट : सितंबर में ग्रेजुएट के चुनाव की जगी आस
जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 25 अगस्त
पंजाब विश्वविद्यालय सीनेट के रजिस्टर्ड ग्रेजुएट कांस्टीचुएंसी की 15 सीटों पर चुनाव के लिये पीयू के रजिस्ट्रार और पीठासीन अधिकारी विक्रम नैयर ने कहा कि ये चुनाव 3 या 4 सितंबर को या फिर 19 अथवा 26 सितंबर को कराये जा सकते हैं। विक्रम नैयर ने कहा कि उन्होंने चुनाव के लिये सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। उनके अनुसार पांच राज्यों हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और चंडीगढ़ से सकारात्मक रिस्पांस आ गया है और दो राज्यों दिल्ली और उत्तराखंड से परमिशन जल्द मिल सकने की उम्मीद है। पीठासीन अधिकारी ने कहा कि इन राज्यों को 23 अगस्त को फरि से रिमांइडर भेजा गया है और वे लगातार इसका फालो अप भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन राज्यों में मतदान केंद्र बनाये जाने से लेकर चुनाव पारदर्शी तरीके से सम्पन्न कराने संबंधी सारी तैयारियां कर ली गयी हैं।
रजिस्टर्ड ग्रेजुएट की 15 आर्डीनरी सीटों को लेकर काफी राजनीति हो रही है। पिछले कुलपति प्रो. अरुण ग्रोवर ने इसके खिलाफ कोर्ट में भी लिखकर दे रखा है। इतना ही नहीं पूटा ने भी गवर्नेंस रिफार्म्स में कुछ प्रतिकूल टिप्पणियां की थी। करीब 3.62 लाख वोटर वाली सबसे बड़ी कांस्टीचुएंसी के लिये 45 उम्मीदवार मैदान में हैं। हालांकि दो प्रत्याशी मैदान से हट भी गये हैं लेकिन तकनीकी तौर पर उनके नाम पैनल में बने रहेंगे। इस हलके के चुनाव में एक बात उल्लेखनीय है कि एक या दो फीसदी वोट लेने वाला भी चुनाव जीत जाता है। सीनेट चुनाव में सबसे कम प्रतिशत मतदान भी इसी कांस्टीचुएंसी में होता है। पीयू के चांसलर द्वारा बठिंडा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति की अध्यक्षता में गठित की गयी उच्च स्तरीय कमेटी ने भी सिफारिश की है कि ग्रेजुएट कांस्टीचुएंसी को समाप्त कर इसके स्थान पर पंजाब व चंडीगढ़ से पांच सदस्यों को चांसलर द्वारा मनोनीत किया जाये। सीनेट का आकार छोटा करने को लेकर केंद्र सरकार भी सोच रही है लेकिन फिलहाल हाईकोर्ट के दखल से इस बार तो चुनाव हो रहे हैं। जानकारों का कहना है कि प्रशासनिक सुधारों के लिये अंतत: उच्च स्तरीय रिपोर्ट सीनेट में ही रखी जानी है जिस पर सीनेट ही कोई निर्णय लेगी।
डॉ. निशा भार्गव और आरके महाजन बने दूसरी बार सीनेटर
मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर वूमेन चंडीगढ़ की प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव लगातार दूसरी बार पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट की मैंबर बन गयी है। वे 2016 से 2020 तक पीयू सीनेट सदस्य थीं। डॉ. भार्गव नैक निर्धारक के साथ एक उत्कृष्ट शिक्षाविद हैं, जिन्हें विभिन्न शैक्षणिक और प्रशासनिक क्षेत्रों का व्यापक अनुभव है। डॉ. भार्गव ने प्रतिष्ठित शोध पत्रिकाओं में शोध पत्र प्रकाशन व पुस्तकों के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भी शोध पत्र प्रस्तुत किए। कवयित्री डॉ भार्गव अर्थशास्त्र में उच्च शिक्षा प्राप्त एक ऊर्जा अर्थशास्त्र विशेषज्ञ हैं। ‘सफ़र है ज़िंदगी’ नाम से अपनी कविताओं का संकलन प्रकाशित हो चुका है। दूसरी ओर डीएवी कालेज अबोहर के प्रिंसिपल राजेश कुमार महाजन भी सीनेट का चुनाव जीत गये हैं। एफिलिएटिड कालेज हलके से डॉ. महाजन ने जीत दर्ज की है। डॉ. महाजन भी दूसरी बार सीनेट सदस्य चुने गये हैं।