एनआईआरएफ रैंकिंग में पीयू को 23वां स्थान
जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 9 सितंबर
एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग में इस बार पंजाब विश्वविद्यालय को देश में 23वां रैंक मिला है। पिछले साल पीयू की रैंकिंग 26 थी। हालांकि संतोष की बात यह है कि पीयू के यूनिवर्सिटी इंस्टीच्यूट आफ फार्मास्यूटीकल साइंसिज (यूआईपीएस) ने देशभर में अपना दूसरा स्थान बरकरार रखा। फार्मेसी श्रेणी में दिल्ली स्थित जामिया हमदर्द को प्रथम स्थान मिला है और बिरला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, पिलानी को तीसरा स्थान मिला है। मेडिकल कालेजों की श्रेणी में नयी दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को प्रथम स्थान मिला जबकि चंडीगढ़ स्थित पीजीआई (स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान) को दूसरा तथा क्रिश्चियन मेडिकल काॅलेज वेल्लोर को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालयों की श्रेणी में आईआईसी बेंगलुरू को पहला, जेएनयू को दूसरा, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय को तीसरा स्थान मिला।
स्टाफ की मेहनत
पंजाब विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी सैल के निदेशक प्रो. आशीष जैन ने बताया कि इस बार पीयू को परसेप्शन में काफी अच्छा स्कोर मिला है। पिछले साल जहां इसमें महज 42.39 अंक मिले थे। इस बार 50.12 अंक मिले हैं, यही कारण रहा कि इस बार तीन रैंक सुधर कर पीयू 23वें नंबर पर आ गया। प्रो. जैन ने कहा कि महामारी के बावजूद फेकेल्टी मैंबर्स और रिसर्च स्कॉलरों व स्टाफ की मेहनत रंग लायी।
लॉ विभाग को मिला 30वां स्थान
लॉ विभाग को देश के विश्वविद्यालयों/कालेजों में 30वां स्थान मिला है। चेयरमैन प्रो. देविंदर सिंह ने कहा कि सीमित संसाधनों के बूते यह एक बड़ी सफलता है। लॉ फेकेल्टी और रिसर्च स्कॉलरों को इस उपलब्धि का श्रेय जाता है। प्रो. सिंह ने कहा कि वे आगे और बेहतर रैंक के लिये अभी से जुट गये हैं।
यूआईपीएस ने जामिया को पछाड़ा : इंदुपाल
यूनिवर्सिटी इंस्टीच्यूट आॅफ फार्मास्यूटीकल साइंसिज (यूआईपीएस) के लगातार तीसरे साल दूसरे स्थान पर कायम रहने पर चेयरपर्सन प्रो. इंदुपाल कौर का कहना है कि विभाग की इस उपलब्धि से विरासत और समृद्ध हुई है। हमारे पास विश्व स्तर की फेकेल्टी है, उम्दा ढांचागत सुविधाएं हैं, टीमवर्क और अत्कृष्ट रिसर्च आउटकम है, जिसके बूते रैंकिंग में लगातार दूसरा स्थान बनाये हुए हैं।