पीयू-आईआईटी रोपड़ के रीजनल एक्सेलेरेटर इनोवेशन क्लस्टर का उद्घाटन
चंडीगढ़, 2 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
पंजाब यूनिवर्सिटी-आईआईटी रोपड़ रीजनल एक्सेलेरेटर फॉर होलिस्टिक इनोवेशन फाउंडेशन (पीआई-आरएएचआई), उत्तरी क्षेत्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्लस्टर का आज पीएम के वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय सूद द्वारा आधिकारिक तौर पर उद्घाटन किया गया। प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय द्वारा शुरू की गई पीआई-आरएएचआई का उद्देश्य पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर व चंडीगढ़ में नवाचार और तकनीकी विकास में तेजी लाना है। इस मौके पर प्रो. अजय सूद और कुलपति प्रो. रेनू विज, अध्यक्ष पीआई-आरएएचआई व रजत संधीर, निदेशक पीआई-आरएएचआई फाउंडेशन का न्यूज़लेटर भी लॉंच किया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पीआई-आरएएचआई लोगो डिज़ाइन प्रतियोगिता का पुरस्कार था, जिसे आदित्य डेरियन ने जीता। उनके सर्पिल डिजाइन के लिए उन्हें 10,0000 का नकद पुरस्कार दिया गया। समारोह में पीयू के यूआईईटी में आयोजित पीआई-आरएएचआई आइडियाथॉन के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया, जो महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नवीन समाधानों को प्रोत्साहित करते हैं। इसमें प्रथम पुरस्कार अनन्य अग्रवाल को 5,000 का पुरस्कार क्रॉप-हॉक के लिए दिया गया, जो एक एआई-संचालित सटीक कृषि मंच है जो वास्तविक समय में जल तनाव और बीमारी की निगरानी के लिए एनडीवीआई उपग्रह डेटा और ड्रोन का उपयोग करता है। दूसरे पुरस्कार में 3,000 की राशि कीर्ति को प्रोस्टा कैन डिटेक्ट के लिए दी गयी। यह एक तेज़, गैर-लैब-आधारित प्रोस्टेट कैंसर का पता लगाने वाली किट है, जो शीघ्र निदान का दावा करती है और अनावश्यक बायोप्सी को कम करती है। तीसरे पुरस्कार के रूप में दो हजार की सम्मान राशि गौरव रौथान को सिटी पील्स नैचुरल्स के लिए मिली। यह एक पर्यावरण-अनुकूल घरेलू सफाई समाधान है, जो आईआईटी रोपड़ में तैयार किया गया है और बीआईआरएसी अनुसंधान अनुदान द्वारा समर्थित है।
इस आयोजन का एक और मील का पत्थर डॉ. राजिंदर सिंह अरोड़ा द्वारा लिखित पुस्तक 'नोबेल स्टोरीज़ : ल्यूमिनरीज़ ऑफ़ इंडियन साइंस' का विमोचन था। राजिंदर अरोड़ा, डॉ. जतिंदर कौर अरोड़ा, कुबिल सिंह भट्ट और मंदाकिनी ठाकुर द्वारा तैयार की गयी पुस्तक भारतीय मूल के वैज्ञानिकों का एक विस्तृत विवरण प्रदान करती है, जिन्होंने या तो नोबेल पुरस्कार जीता है या इसके लिए नामांकित किया गया है। इस मौके पर जेएम बालामुरुगन, अतिरिक्त मुख्य सचिव, पंजाब सरकार, पीयू के डीन रिसर्च प्रो. हर्ष नैयर और पीआई-आरएएचआई के आयोजक एवं पीआई-आरएएचआई के निदेशक प्रो. रजत संधीर और पीआई-राही की सीओओ सुश्री नेहा अरोड़ा भी उपस्थित थीं।