पीयू का पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद का ऐलान, बहन को मुफ्त शिक्षा और हॉस्टल सुविधा का वादा
जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 3 अप्रैल
पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा के शो के दौरान 28 मार्च को यूआईईटी के छात्र आदित्य ठाकुर की हत्या के बाद कुलपति कार्यालय के बाहर चल रहा धरना आज पीयू की पीड़ित परिवार के लिये कुछ घोषणाओं के बाद समाप्त हो गया। हालांकि स्टूडेंटस सेंटर पर एक अन्य छात्र धड़ा अभी भी धरने पर बैठा है।
आज कुलपति रेनू विग के साथ आदित्य के रिश्तेदारों की एक बैठक हुई, जहां कुलपति ने पीयू, इसके रीजनल सेंटरों और कॉलेजों में आदित्य की बहन के लिए मुफ्त शिक्षा की मांग को स्वीकार कर लिया। आदित्य की छोटी बहन
पीयू से अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई फ्री कर सकेगी और साथ ही पीयू उन्हें मुफ्त हॉस्टल सुविधा भी देगी। इसके साथ परिवार को 12.5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की बात भी मान ली गई। कुलपति ने इस संबंध में एक कमेटी बनाई है, जिसमें प्रो. इमानुएल नाहर, प्रो. नंदिता, प्रो. नवदीप गोयल, डीएसडब्ल्यू, डीएसडब्ल्यू (महिला) और एसोसिएट डीएसडब्ल्यू शामिल हैं। कमेटी भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिये एसओपी तैयार करेगी। बैठक में आदित्य के परिवार से विकास (आदित्य के मामा) ने प्रदर्शनकारी छात्रों का आभार जताया। छात्रों में कौंसिल प्रधान अनुराग दलाल, जशन, जस्सी राणा, राजविंदर, दिव्यांश, अश्मीत मान, दर्शप्रीत, रजत पुरी, विशाल मलिक, नवप्रीत गंगा, अवनीत नेगी, अनुष्का, दिवांशी सहित विभिन्न संगठनों के छात्र विरोध स्थल पर मौजूद थे। धरनास्थल पर डीएसडब्ल्यू प्रो. अमित चौहान ने छात्रों को भरोसा दिलाया कि मृतक छात्र आदित्य के परिवार को 12.5 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जायेगी जिसमें से पांच लाख पूअर स्टूडेंट्स फंड में से और शेष छह लाख रुपये तीन साल के भीतर अमेलगमेटिड फंड में से 2-2 लाख कर दिये जायेंगे। साथ ही प्रो. चौहान ने
पीड़ित परिवार को डीएसडब्ल्यू, डीएसडब्ल्यू (वूमेन) और एसोसिएट डीन को एक साल तक मिलने वाला मानदेय भी पीड़ित परिवार को ट्रांसफर करने की घोषणा की।
डीएसडब्ल्यू को हटाने की मांग पर अड़े छात्र
स्टूडेंट्स सेंटर पर धरने पर बैठा दूसरा छात्र धड़ा डीएसडब्ल्यू और अन्य अफसरों को हटाने की मांग पर अड़ा है। पिछले पांच-छह दिन से इस हत्याकांड को लेकर कैंपस में लगातार रोष प्रदर्शन जारी हैं। एबीवीपी, सोपू, पीएसयू ललकार, सोई एनएसयूआई, एचपीएसयू और एचएसए आदि की ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने आज फिर स्टूडेंट सेंटर पर धरना दिया और बाद में यूआईएलएस विभाग में जाकर कक्षाएं बंद करवायीं तथा जमकर नारेबाजी करते हुए डीएसडब्ल्यू अमित चौहान, डीएसडब्ल्यू वूमेन प्रो. सिमरित काहलों, एसोसिएशट डीन नरेश कुमार और पीयू चीफ सिक्योरिटी अफसर विक्रम सिंह को पद से हटाने की मांग की। इन छात्रों की मांग है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की मदद दी जाये और आदित्य ठाकुर की छोटी बहन को पीयू में फ्री पढ़ाई का अवसर दिया जाये।
कैंपस सुरक्षा का ऑडिट होगा, मोंगा बने सलाहकार
कुलपति प्रोफेसर रेनू विग ने कैंपस सिक्योरिटी के लिये दो अहम नियुक्तियों की घोषणा करते हुए कहा, ‘हम अपने छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित वातावरण देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ इसीलिये प्रोफेसर अनिल मोंगा को कैंपस सुरक्षा सलाहकार और पीपीएस रहे तेजिंदर सिंह संधू को ओएसडी नियुक्त किया है। ये नियुक्तियां दोनों परिसरों में सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के विश्वविद्यालय के चल रहे प्रयासों का हिस्सा हैं। उपरोक्त दोनों विश्वविद्यालय का व्यापक सुरक्षा ऑडिट करेंगे और परिसर और छात्रावास सुरक्षा बढ़ाने के उपायों को लागू करेंगे।