प्रदर्शनकारी मांगों पर अड़े, नहीं हो सका पोस्टमार्टम
संगरूर, 17 सितंबर (निस)
कैंटर की चपेट में आने से चार मनरेगा मजदूरों की मौत के मामले में मुआवजे और अन्य मांगों को लेकर आज भी सुनाम-पटियाला मुख्य मार्ग पर यातायात धरना रहा। इसके चलते सड़क पर जाम के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हादसे में मारे गये मनरेगा मजदूरों के शवों को सिविल अस्पताल सुनाम के शवगृह में रखा गया है। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और कई अन्य भाईचारा संगठन मामले को लेकर आंदोलन में शामिल हो गए हैं और न्याय के लिए एक एक्शन कमेटी का गठन किया है। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी और पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं दिया तो बुधवार से संघर्ष तेज कर दिया जाएगा।
मजदूर मुक्ति मोर्चा के गोबिंद सिंह छाजली, हरप्रीत कौर धूरी, करनैल सिंह नीलोवाल, हरजस सिंह खडियाल, कामरेड विरिंदर कौशिक, भोला सिंह संग्रामी ने मांग की कि कैंटर की चपेट में आने से मरने वाले चार मनरेगा मजदूरों के परिवारों को दस लाख रुपये मुआवजा, सरकारी नौकरी और कर्ज माफी, मनरेगा श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इस बीच, संगरूर के एसपी पलविंदर सिंह चीमा ने प्रदर्शनकारियों से बात की लेकिन मामला सुलझ नहीं सका, जिसके चलते शवों का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें मानी नहीं जाती तब तक पोस्टमार्टम नहीं होगा।