रोडवेज के निजीकरण, अर्जित अवकाश में कटौती का विरोध
रोहतक, 9 नवंबर (हप्र)
265 रूट पर निजी परमिट जारी करने और अर्जित अवकाश की कटौती के खिलाफ हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर रोडवेज कर्मियों ने धरना और प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को एक ज्ञापन भी सौंपा।
सभी डिपो कमेटी के प्रधानों की अध्यक्षता में हुए प्रदर्शन का संचालन सांझा मोर्चे के वरिष्ठ सदस्य जयकुंवार दहिया ने किया और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार परमिट पॉलिसी को वापस ले और मानी गई मांगों को लागू करे, नहीं तो प्रदेश भर के रोडवेज कर्मचारी करनाल में 26 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करेंगे व निजीकरण के खिलाफ जनता के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। इसके अलावा सरकार की वादाखिलाफी पर 28 दिसंबर को एक दिवसीय हड़ताल करेंगे। सांझा मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुमेर सिवाच, जगदीप लाठर, वीरेंद्र सिगरोहा, दिनेश हुड्डा, अमित महाराणा, जयकुंवार दहिया, आनंद खिडवाली, जितेंद्र लाकड़ा ने बताया कि 265 रूट परमिट देने के खिलाफ बस अड्डों पर जनता, छात्र व छात्राओं ने दो दिन में 5 लाख हस्ताक्षर किये और निजीकरण नीतियों का विरोध किया है। बृहस्पतिवार को सभी डिपो पर एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया गया और विरोध जताया।
सांझा मोर्चे के वरिष्ठ नेताओं ने बताया सरकार जनता की पसन्द, स्ती व सुरक्षित सरकारी परिवहन सेवा को निजी हाथों में देना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि प्राइवेट परमिट देने की मांग न तो जनता की हैं ओर न रोड़वेज कर्मचारियों की। प्राइवेट बस परमिट पॉलिसी से आम जनता बहुत दुखी हैं। हर दिन किसी न किसी जिले में सरकार द्वारा लागू सुविधाओं को प्राइवेट बसों में न देने बारे शिकायतें जनता द्वारा की जा रही हैं। सरकार द्वारा प्राइवेट पॉलिसी को वापिस लेकर प्रदेश की बढ़ती जनसंख्या आधार पर 10 हजार सरकारी बसे खरीदकर रोड़वेज बेड़े में शामिल करें।जिससे आम जनता को सुरक्षित सेवा के साथ साथ सरकार का राजस्व बढ़ेगा ओर हजारों बेरोजगार युवकों को स्थाई रोजगार मिलेगा।