प्रति व्यक्ति पीएम के मामले में संपन्न देश
आलोक पुराणिक
एक होती है प्रति व्यक्ति आय, और एक होता है प्रति व्यक्ति पीएम। प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत सबसे टॉप पर नहीं है, पर प्रति व्यक्ति पीएम के मामले में भारत सबसे टॉप पर माना जा सकता है। आधा दर्जन संभावित पीएम तो अभी टहल रहे हैं, इंडिया में। उम्मीद है लोकसभा चुनावों से पहले करीब सौ के आसपास संभावित पीएम टहलेंगे। जिस नेता के पास पच्चीस एमपी ना हैं अभी, वह भी पीएम बनने का हौसला लिये घूम रहा है। लोकतंत्र कैसे-कैसे ख्वाब देखने का हौसला दे देता है।
बंगाल में एक संभावित पीएम हैं। दिल्ली में एक संभावित पीएम हैं। महाराष्ट्र में एक संभावित पीएम हैं। तेलंगाना से भी पीएम का मचलता हुआ एक ख्वाब है। बिहार के नीतीश कुमार तो जाने कब से पीएम मेटिरियल हैं। यूपी के अखिलेश यादव का पीएमशिप पर दावा स्वाभाविक बनता है, इतने महत्वपूर्ण राज्य के इतने महत्वपूर्ण नेता हैं। प्रति व्यक्ति पीएम के मामले में भारत संपन्न देश है।
पाकिस्तान बन गया बहुत पहले, अगर अलग ना हुआ होता, तो प्रति व्यक्ति पीएम भारत में हजारों में होते। वहां तो ढेर पीएम हैं,जेलवाले पीएम, ब्रिटेन वाले पीएम, दुबई वाले पीएम, पीएम ही पीएम। पाक में पीएम बनने का रूट अलग है, वहां जनता को तैयार ना करना पड़ता कि हमें पीएम बना दो, आर्मी राजी हो जाये, तो वहां कोई भी पीएम बन सकता है। देश आर्मी के हवाले, आर्मी आतंकियों के हवाले और जनता अल्लाह के हवाले।
खैर पालिटिक्स बहुत डेंजरस कारोबार है। मध्य प्रदेश में कई सांसदों को कहा गया है कि चलिये विधायकी का चुनाव लड़िये। कुछ यूं समझिये कि किसी शहर के सुपरिंटेंडेट ऑफ पुलिस से कहा जाये कि जाइये उस थाने को संभालिये। पालिटिक्स खतरों और उम्मीदों का कारोबार है। जो नेता अपने बूते चीफ मिनिस्टर ना बन पाते, वह पीएम बनने के लिए मार मचा रहे हैं।
इंडिया गठबंधन यानी विपक्षी गठबंधन अगर कोई कारोबारी शो रूम होता तो सीन कुछ यूं होता कि कस्टमर शो रूम में आता तो पता लगता कि करीब छह मैनेजर झगड़ रहे हैं कि चीफ मुझे माना जाये, पूरा शो रूम मेरे अंडर में ही चलेगा। इंडिया गठबंधन में गठबंधन तो नहीं दिख रहा है, अलबत्ता इंडिया कायम है और कायम रहेगा।
इंडिया गठबंधन के नेता आपस में एक-दूसरे से मारधाड़ कर रहे हैं। गठबंधन के एक नेता ने कहा कि हम देश के लेवल पर एक हैं, राज्यों के स्तर पर हमारे एक-दूसरे से झगड़े हैं। यह भी अलग कमाल है। कोलकाता से चलेगी ट्रेन तो ममता बनर्जी की पार्टी के नेता और अधीर रंजन चौधरी आपस में गुत्थमगुत्था होकर मारधाड़ मचा रहे होंगे पर गाड़ी दिल्ली स्टेशन पर पहुंचेगी तो दोनों एकदम चकाचक फोटू खिंचायेंगे।
ऐसी एकता सिर्फ फोटू तक ही रह सकती है।